20 की आयु में निवेश करने वाले स्टॉक

Podcast Duration: 7:08
20 की आयु में निवेश करने वाले स्टॉक -- हैलो दोस्तों, नमस्कार और आपका फिर से स्वागत है एंजेल वन के एक और पॉडकास्ट पर। तो दोस्तों इस पॉडकास्ट में हम आपके साथ स्टॉक्स डिस्कस करेंगे। आप जानेंगे की इन कंपनियों ने कैसे परफ़ोर्म किया है, और तब आप फैसला कीजिये की कौन सा स्टॉक निवेश के दृष्टि से अच्छा है। चलिये अपना टाइम वेस्ट किए बिना, स्टॉक के बारे में जानते हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज़ -- बिज़नस इंडस्ट्री का सबसे सक्सेस वाला नाम होने की वजह से निवेशकों में यह अवधारणा है की इसका शेयर लेना " बनता ही है"। लेकिन यह तरीका सही नहीं है - ये सही है की रिलायंस इंडस्ट्रीज़ एक अच्छा निवेश साबित हो सकता है , पर सिर्फ इसके नाम की वजह से नहीं। बल्कि उसके निम्न कारण हैं :- रिलायंस मार्केट केपेटलिजेशन के हिसाब से भारत की सबसे बड़ी कंपनी है और कई नए बड़े बिज़नस खड़े कर सकती है जिसमें ग्रोथ की संभावना है। रिलायंस की नयी कंपनियाँ रीटेल और टेक्नालजी में है जिनमें काफी संभावनाएँ हैं। पेंडेमिक के अलावा बिज़नस और निवेश की दुनिया में एक और वर्ड है जो धूम मचा रहा है और वो है ई एस जी। इसका फुल फ़ॉर्म है एनवायरनमेंटल, सोश्ल एंड कॉर्पोरेट गवर्नेंस। ईएसजी का फंडा है की निवेशक सिर्फ प्रोफिट्स नहीं देखते है- वो अपनी पूंजी को एक पर्यावरण और सोश्ल सस्टेनेबिलिटी जैसे अच्छे काम में लगते हुए भी देखना चाहते हैं। रिलायंस ने यह चीज़ अच्छे से जान कर ग्रीन एनर्जि बिज़नस के लिए बड़ा प्लान बनाया है। कंपनी का ओ2सी , ऑइल टू केमिकल बिज़नस ट्रान्सफर के बाद , कंपनी के पास अभी ज़्यादा कैपिटल भी हो सकता है क्योंकि इस ट्रान्सफर से कंपनी को 12 बिल्यन डॉलर इक्विटि और 25 बिल्यन डॉलर का लोन भी मिला। इंफ़ोसिस - - - इंफ़ोसिस भारत की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी है। निवेशकों के लिए इन्फोसिस का सबसे बड़ा अट्रैक्शन है, अपने शेयर होल्डेर्स को वैल्यू करने का कंपनी का प्रोवेन ट्रक रेकॉर्ड। यह ही नहीं, ऐसी कंपनियों के कॉर्पोरेट गोवेर्नेंस स्टैंडर्ड काफी ऊंचे होते है। इंफ़ोसिस का फ्युचर और भी बेहतर हो सकता है क्योंकि भारत, विश्व टेक्नालजी में एक प्रमुख भूमिका निभाएगा। इसके बदले में इंफ़ोसिस जैसी बड़ी टेक कंपनी को इसका फ़ायदा मिल सकता है। उल्टी तरफ यानि डिमांड साइड में भी देखें तो यू एस और यूरोप में भी रिकवरी से इंफ़ोसिस जैसी टीएर -1 आईटी कंपनी को फायदा होगा। नयी लीडरशिप देख के देश के निवेशकों को भी कॉन्फ़िडेंस मिल रहा है की लंबे समय में ग्रोथ प्रोस्पेक्ट अच्छा रहेगा। आई सी आई सी आई बैंक - - यह तो एसेट साइड के हिसाब से देश का दूसरा सब से बड़ा प्राइवेट सैक्टर बैंक है। आई सी आई सी आई ने पिछले पाँच सालों में अपनी एसेट और लाएबिलिटि दोनों फ्रैंचाइज़ को भुनाया है। बैंक के पास ग्रोथ के लिए पर्याप्त पूंजी है, बैंक टेक्नालजी की और जा रहा है जिसका फायदा क्रॉस- सेल में होना चाहिए। काम करने में कम समय लगाने का मतलब है, कोस्ट टू इंकम का भी कम होना। अभी तो फिलहाल पेंडेमिक चल रहा है, इसमें प्राइवेट बैंक ने अपना मार्केट शेयर बढ़ाया है। पी एस यू और छोटे बैंक की तुलना में प्राइवेट बैंक बेहतर पोसिशन में हैं। क्रौंपटन ग्रीव्ज़ कंस्यूमर एलेक्ट्रिकल्स - - - तेजी से बढ़ रहे इलैक्ट्रिकल गुड सैक्टर में क्रौंपटन ग्रीव्ज़ कंस्यूमर एलेक्ट्रिकल्स, रेसिडेंशियल पम्प और फेन की कैटेगरी में एक जानी मानी कंपनी है और 24%, 28% के मार्केट शेयर के साथ एक बड़ी कंपनी है। कंपनी का डिस्ट्रीब्यूशन काफी मजबूत है, इनके पास 3500+ डीलर का नेटवर्क है। इसी नेटवर्क को यूस करके क्रॉम्पटन दूसरे भी प्रोडक्टस को प्रोमोट करके अपने मार्केट शेयर को बढ़ाने में लगा है। जैसे की वॉटर पम्प, लाइटिंग और छोटे अपलाइनसिस, कंपनी प्रीमियम प्रोडक्टस में अपने कोंट्रिब्यूशन को बढ़ाने के बारे में सोच रही है। जो महंगे आइटम हैं और उनपर प्रॉफ़िट ज़्यादा रहता है। प्रीमियम फेन कैटेगरी में भी कंपनी के हिस्से अब 20% का बिज़नस है, लाइटिंग सब सैक्टर में अब कंपनी स्ट्रीट लाइट पर हाइ प्रॉफ़िट मार्जिन पर फोकस कर रही है। आई डी एफ़ सी फ़र्स्ट बैंक - - पेंडेमिक सिचुएशन में अगर बैंकिंग कंपनियाँ सरवाइव करना चाहती हैं तो उनको हाइ लिकुइडिटी पानी है, लो कोस्ट पर। लेकिन ऐसी स्थिति में यह चीज़ अचिव करना मुश्किल है क्योंकि एसेट इंफलो कम है। आईडीएफ़सी फ़र्स्ट बैंक ने मैनेजमेंट चेंज के बाद लाईबिलिटी फ्रैंचाइज़ और रीटेल लेंडिंग में काफी बेहतरीन परफ़ोर्म किया है। जब से नयी मैनेजमेंट ने काम संभाला है हर तिमाही में बैंक के लाईबिल्टि फ्रैंचाइज़ मजबूत हुआ है।Q3FY19 में कासा रैशियो 10.4% से बढ़कर Q4FY21 में 43% तक पहुँच गया है। यह रैशियो है डिपॉज़िट इन करेंट एंड सेविंग्स अकाउंट टोटल डिपॉज़िट के मुक़ाबले। बैंक के एन आई एम भी Q4FY21 में इंटरेस्ट रिवर्सल के बावजूद भी स्टेबल हैं। एन आई एम से पता चलता है कि लोन से बैंक को कितना इंटरेस्ट मिल रहा है और बदले में बैंक को डिपॉज़िट पर कितना इंटरेस्ट देना पड़ रहा है। और तो और बैंक अपने रीटेल ए यू एम में ग्रोथ, जोकि एसेट मनगेंनेट के अंडर है कि वजह से वापिस से ग्रोथ कि तरफ बढ़ रहा है। बैंक ने 3000 करोड़ का फ्रेश इक्विटि कैपिटल भी रेज़ किया है जिससे बैंक अपना रीटेल बिज़नस बढ़ा लेगा। सुपराजित इंजीन्यरिंग लिमिटेड - - - हो सकता है कि यह नाम अपने नहीं सुना होगा लेकिन दोस्तों, सुपराजित इंजीन्यरिंग जो एस ई एल के नाम से जाना जाता है। घरेलू मनुफ़ेक्चरर को औटोमोटिव काबलेस सप्लाइ करने वाले सबसे बड़ी कंपनी है। एसईएल कि तरफ से यह केबल टू - व्हीलर और पैसेंजर दोनों तरह कि गाड़ियों के लिए बनता है।कंपनी कि स्ट्रेटजी यह है कि पुराने वेंडर को मजबूत करना और नए क्लाईंट पाने से यह मार्केट शेयर को अपने पास रख पाएंगे। एसईएल कि बैलेन्स शीट काफी मजबूत दिख रही है और आगे भी मजबूत होने के चान्स हैं जब आरिजिनल ईक्विपमेंट मेनुफ़ेक्चरर दोबारा प्रॉडक्शन शुरू करेंगे। एक और महत्वपूर्ण बात एस ई एल नए प्रोडक्टस निकाल कर अपने आपको इलैक्ट्रिक वेहिकल से मिलने वाले कंपेटीशन का सामना कर रहा है। कुएस्स कॉर्प -- - यह कंपनी भारत के एच आर सैक्टर कि एक लिडिंग कंपनी है, यह कंपनी स्टाफफिंग सोल्यूशंस के तेज़ी से बढ़ रहे सैक्टर में काम कर रही है और इसका रेविन्यू CAGR, FY 2016 से FY 2021 तक 52.6% रहा। FY2021 के दूसरे तिमाही में कंपनी कि अर्निंग में काफी रिकवरी दिख रही है।अनलॉक होने के बाद यह और भी बढ़ सकती है क्योंकि कंपनी नए लोगों को हाइर करने कि सोचेंगी। अभी चल रहे वित्त वर्ष के दूसरी तिमाही में तो अभी कंपनी के नंबर में कोई ग्रोथ नहीं दिखी क्योंकि सेकंड वेव लोक डाउन शुरू हो गया। आगे कुएस्स कॉर्प के लिए काफी पोटेनशियल है क्योंकि कंपनी नए सिनेरिओ का फ़ायदा उठा सकती है जिसमें लोग नॉन-कोर पोसिशन के लिए आउट सोर्स कर रहे हैं। कुएस्स कोर के लिए एक और अच्छी बात यह है कि वो टीम लीज के साथ FY23E P/E में 20 गुना डिस्काउंट के साथ ट्रेड कर रहे हैं। जाने से पहले ये याद रखिए के स्टॉक मार्केट में निवेश में हमेशा एक रिस्क रहता है। ये पॉडकास्ट केवल जानकारी के लिए बनाया गया है, और आपको अपनी रिसर्च ज़रूर करनी चाहिए। ऐसे और रोचक पॉडकास्ट सुनने के लिए हमें फॉलो करें यू ट्यूब और दूसरे सोश्ल मीडिया चैनल पर। तब तक के लिए गुड बाइ और शुभ निवेश। निवेश बाज़ार जोखिमों के आधीन हैं, सभी संबन्धित दस्तावेज़ ध्यान से पढ़ें।