How to apply for an Offer for Sale? Let’s find out!

Podcast Duration: 5:42
ऑफर फॉर सेल के लिए कैसे अप्लाई करे? आइये देखते है! नमस्ते दोस्तों ! आपका स्वागत है एंजेल वन के इस पॉडकास्ट पर। दोस्तों आई पी ओ आजकल बहुत बड़ी सनक है, सभी लोग आई पी ओ के बारे में बात कर रहे हैं और खरीद रहे हैं। कल मेरी पड़ोसी शलिनी मुझे एक नए आई पी ओ के बारे में पूछ रही थी, मैंने उसे बताया कि मैंने आवेदन तो दिया है पर मुझे पता नहीं है यह मुझे आबंटित होगा या नहीं, वो भी इसी बात के लिए परेशान थी। फिर मैं उसके घर चाय पर चला गया और उसके भाई निखिल से ओ एफ एस के बारे में विचार- विमर्श होने लगा। उन दोनों को उस बारे में थोड़ी जानकारी थी और हमने उस बारे में विस्तार से बात की। कल मुझे पता चला कि मेरे पड़ोसी उत्सुक निवेशक हैं और बाज़ार संबंधी खबरों कि काफी जानकारी रखते हैं। अच्छा तो हम किस बारे में बात कर रहे थे? अरे हाँ - ओ एफ एस ! क्या आप जानना चाहते हो कि कि ओ एफ एस क्या है और उनका आवेदन कैसे किया जाता है? तो चलिये देखते हैं। दोस्तों आई पी ओ के बारे में तो आप जानते हो- आई पी ओ के जरिये कंपनी अपने व्यापार के लिए निवेशकों से पूंजी की व्यवस्था करती है। ओ एफ एस भी कुछ ऐसी ही प्रक्रिया होती है, फर्क सिर्फ यह होता है कि ओ एफ एस एक कंपनी तभी इशू कर सकती है जब वो पहले से सार्वजनिक रूप से व्यापार कर रही हो। ओ एफ एस के जरिये कंपनी पूंजी की व्यवस्था नहीं करती हैं और इस में कंपनी को ज्यादा मुश्किल प्रक्रिया से गुज़रना पड़ता है। इसलिए कंपनी कई बार एफ पी ओ की बजाए ओ एफ एस को तरजीह देती हैं। अच्छा एफ पी ओ और ओ एफ एस के बीच का अंतर जानते हो? दोस्तों एफ पी ओ में नए शेयर बेचे जाते हैं जबकि ओ एफ एस में कंपनी के संस्थापक अपने शेयर को बाहर की इकाइयों के लिए प्रस्तुत करते हैं। ओ एफ एस की प्रक्रिया में एक नियम है जो कहता है कि खुदरा निवेशकों के लिए प्रस्तुत शेयर्स में से 10% सुरक्षित रखा जाना चाहिए, और बीमा और म्यूचुअल फ़ंड कंपनियों के लिए। आकर्षक है न? तो इसमें आपके लिए क्या है? आपको ओ एफ एस में निवेश करने से क्या फ़ायदा है? अगर कोई फ़ायदा है तो आपको इसके लिए आवेदन कैसे करना है? चलिये देखते हैं। दोस्तों इसके फ़ायदे जानने के लिए आपको ओ एफ एस की कुछ और प्रक्रियाओं को समझना पड़ेगा। जैसे की ओ एफ एस में आप शेयर की कीमत के लिए बोली लगा सकते हैं, सबसे ज्यादा बोली वाले को सेयर आबंटित कर दिया जाएगा। वैकल्पिक रूप से आप कैट ऑफ कीमत पर भी खरीद सकते हो- यानि कि, न्यूनतम मूल्य जिस पर शेर प्रस्तुत किया गया है। एक ध्यान देने कि बात यह है कि ओ एफ एस में ज्यादा कागज़ी कार्यवाही नहीं करनी पड़ती ,साथ ही आप ओ एफ एस के जरिये एक अकेला शेर भी खरीद सकते हो। आई पी ओ या एफ पी ओ से सर्वथा भिन्न जिसमें इशू का आकार यह तय करता है कि आपको न्यूनतम कितनी राशि निवेश करनी होगी। अच्छा, एक खुदरा निवेशक होते हुए आपको इनके अलावा ओ एफ एस में दो बड़े फ़ायदे होते हैं। ओ एफ एस कंपनियाँ खुदरा निवेशकों को न्यूनतम कीमत पर कुछ छूट देती हैं, और दूसरा आपको इसमें सामान्य व्यापार की तरह केवल प्रतिभूति फीस व लेन-देन फीस चुकानी होती है। मजेदार है न? कैसे आवेदन करना है? निखिल और शलिनी ने मुझसे ये बात पूछी, और जब मैंने उन्हे पूरी प्रक्रिया समझाई जो मैं अभी आपको समझने वाला हूँ तो वह हैरान हो गए। दोस्तों ओ एफ एस में भाग लेने के लिए आपको ध्यान रखना होता है , कि वह खाली 3-10 दिन के लिए 9:15 AM से 2:45 PM ही खुलते हैं। अगला आपको समझना ज़रूरी है कि अगर आपकी बिड राशि, न्यूनतम राशि से नीचे है तो आपको आबंटन नहीं मिलेगा। इसलिए अगर आप कैट ऑफ राशि पर बिड नहीं कर रहे हो तो सही कीमत का पता होना बहुत आवश्यक है। आपने यह पता लगा लिया तो अगली चीज़ ध्यान में रखने वाली यह है कि खुदरा निवेशक होने के नाते आप केवल 2 लाख तक की ही बोली लगा सकते हो। अगर आपकी बोली इससे ज्यादा हो तो भी आपको बोली के सीमा से बाहर जाने की वजह से आबंटन नहीं किया जाएगा। एक बार आपने ये नियम समझ लिया तो कुछ ज्यादा नहीं है, ओ एफ एस में बोली लगाना कोई पहाड़ तोड़ने जैसा काम नहीं है। और यह आपको पता चल ही गया होगा की ओ एफ एस में निवेश के लिए आपके पास एक डिमेट अकाउंट होना ज़रूरी है, अगर आप इसके लिए किसी डीलर के जरिये नहीं जाना चाहते। क्योंकि अगर आपके पास डिमेट अकाउंट है तो आपको केवल उसमें जाकर अपनी बोली लगानी है। मुझे यकीन है आपको यह आसान लगा होगा, तो अगली बार आप जब भी यह सुनें कि कोई ओ एफ एस उपलब्ध है तो आपको पता होगा कि यह आपके लिए सही है या नहीं। तो ये आपके लिए कितनी सरल प्रक्रिया थी, वो सब जो आप जानना चाहते थे। अगर आपको हमारा पॉडकास्ट रोचक लगा तो हमें यकीन है आपको www.angelone.in पर मुफ्त ज्ञानवर्धक संसाधन भी पसंद आएंगे ! ज़रूर देखियेगा तब तक मैं निखिल से बात करने जाता हूँ , हम लोग अभी आने वाले आई पी ओ के बारे में चाय पर बात करने जा रहे हैं। तब तक एंजेल वन की तरफ से अलविदा, शुभ निवेश ! शेयर में निवेश बाज़ार जोखिमों के आधीन है, सभी दस्तावेजों को ध्यान से पढ़ें।