फंडामेंटल विश्लेषण — सुपराजित इंजीन्यरिंग लिमिटेड।

Podcast Duration: 5:55
फंडामेंटल विश्लेषण -- सुपराजित इंजीन्यरिंग लिमिटेड। हैलो दोस्तों, नमस्कार और आपका फिर से स्वागत है एंजेल वन के एक और स्पेशल पॉडकास्ट पर। दोस्तों हम एक नयी सिरीज़ की शुरुआत कर रहे हैं, जहां हम अलग - अलग कंपनियों और उनके स्टॉक का फंडामेंटल विश्लेषण आपको देंगें। आज के पॉडकास्ट में हम नज़र डालेंगे एक ऐसी कंपनी पर जिसने अपने सेगमेंट में एक धाक जमाई है। हम बात कर रहे हैं सुपराजित इंजीन्यरिंग लिमिटेड की। यह कंपनी औटोमोटिव केब्ल्स और हेलोजन बुल्ब्स की मनुफ़ेक्चरिंग करती है। आप पूछोगे किस तरह के औटोमोटिव केब्ल्स? बस इतना समझ लीजिये के इनके बिना मोटरसाइकल में जान नहीं रहेगी। ब्रेक केबल, क्लच केबल, थ्रोटल केबल, ट्रांसमिशन केबल, स्टार्टिंग केबल, गैयर शिफ्ट केबल-- यह सारे केबल मनुफ़ेक्चर करती है यह कंपनी, हेलोजन और औक्सिलियरी लैम्प के साथ। यह बंगलोर बेस्ड कंपनी मैकानिकल गेज जैसे की स्पीडोमीटर, टेकोमीटर, फ्युल गेज और कई और तरह के इन्स्ट्रुमेंट बनाती है। इनके फोर व्हीलर औटोमोटिव क्लाईंट में फोल्क्सवागन, बीएमडबल्यू, महिंद्रा, टाटा मोटर्स, पियाग्गिओ और मारुति सुज़ुकी जैसी कंपनियाँ शामिल हैं। इनके टू - व्हीलर क्लाईंट में टीवीएस मोटर्स, हीरो मोटर्स, होंडा, रॉयल एंफील्ड और महिंद्रा का टू- व्हीलर सेक्शन मौजूद है। 13 जुलाई तक सुपराजित इंजीन्यरिंग स्टॉक मार्केट में 293 रुपये पर है। वित्त वर्ष 2021 में एस ई एल ने बहुत ही बढ़िया प्रदर्शन किया है। इन का रेविन्यू हार साल 11% की दर से बढ़ते हुए रुपये 440 करोड़ पर जा बैठा है। और इसमें बड़ा भाग है लाइटिंग सेगमेंट का 14%। दूसरा सबसे बड़ा भाग है औटोमोटिव केबल डिविजन जो हर साल 12% की दर से बढ़ रहा है। ई बी आई टी डी ए यानि अर्निंग बिफोर इंटरेस्ट, टैक्सेस, ड़ेपृसिएशन एंड अमोर्टाईज़ेशन हर साल 31% की दर से बढ़ते हुए 73.5 करोड़ तक पहुँच गया है। कंपनी ने काफी सारे कोस्ट कंट्रोल इनिशिएटिव लिए हैं और एक्सपोर्ट रेविन्यू में भी बढ़त देखी गयी है। चलिये अब थोड़ा गहराई से कंपनी के फ़िगर को देखते हैं। फीनिक्स लाइटिंग रेविन्यू साल दर साल 14% की दर से बढ़ता हुआ रुपये 92.2 करोड़ तक पहुँच गया है। साथ ही साथ ये कंपनी नॉन - औटोमोटिव केबल सैक्टर में भी काम करती है, जोकि 7% से बढ़कर 78.6 करोड़ हो गया है। मैनेजमेंट का कहना है उनका आने वाले क्वार्टर के लिए आउटलूक बड़ा मजबूत है, क्योंकि वो भारतीय ईक्विपमेंट में आरिजिनल मनुफ़ेक्चरर हैं। कंपनी मैनेजमेंट का यह भी कहना है के औटोमोटिव और नॉन- औटोमटिव सेगमेंट में भी ग्रोथ प्रोस्पेक्ट काफी स्ट्रॉंग हैं। कंपनी ने अपने कोनकॉल में कहा के उनकी मार्जिन एक्सपोर्ट सेगमेंट और और हाइ - रेविन्यू के अच्छे मिक्स की वजह से उनकी मार्केट एकस्पेंड हुई है। और ग्रुप कंपनियों में भी ऑपरेशनल एफेशिएन्सि भी बढ़ी है। आफ्टर मार्केट का मतलब है कि जब फोर व्हीलर और टू - व्हीलर के बिकने के बाद जो ईक्विपमेंट खरीदा जाता है। एस ई एल मैनेजमेंट के अनुसार आफ्टर मार्केट रेविन्यू बढ़ा है, जोकि चाइना से आने वाले सामान पर इम्पोर्ट ड्यूटि बढ्ने और भारतीय बाज़ार में कई बड़ी कंपनियों के अन-ओर्गेनाइस सैक्टर को ज्यादा काम देने के कारण बढ़ा है। कंपनी के अनुसार रेविन्यू और एक्सपेन्स के बीच का गेप 13-15% रहने कि उम्मीद है, जोकि बड़ी मात्रा में बिज़नस आने की वजह से है। हालांकि कंपनी निवेशकों को यह भी चेतावनी दी है की अगर कोमोडिटी प्राइस बढ़ते जा रहे हैं आनेवाले क्वार्टर में मार्जिन कम हो सकते हैं और सैलरी कैट का रोल बेक भी सितंबर में होगा। कंपनी ने यह भी कहा है कि अब इंटरनेशनल ग्राहकों के लिए कच्चे माल की कीमत में कोई भी रियायत नहीं होगी, पर भारतीय ओ ई एम के लिए उनसे बातचीत करके कोस्ट नेगोशिएट की जा सकती है। फोर व्हीलर से आने वाले रेविन्यू में भी बढ़े हुए एक्सपोर्ट की वजह से इस क्वार्टर में बढ़ा है। आइये अब नज़र घुमाते हैं कंपनी के शेयर होल्डिंग पर -- प्रमॉटर की शेयर होल्डिंग मार्च 2021 के क्वार्टर में -- 44.57% पर रही बिना किसी चेंज के। सेम क्वार्टर में एफ़ पी आई और एफ़ आई आई में ज्यादा एक्सपोजर लेकर अपनी होल्डिंग्स को 3.45% से 4.33% बढ़ा दिया है। जबकि इसी क्वार्टर में एफ़पीआई/एफ़आईआई निवेशक 170 से गिर कर 65 तक पहुँच गए हैं। म्यूचुअल फ़ंड होल्डिंग में ज़्यादा फर्क नहीं आया है, इस कंपनी के मार्च क्वार्टर में म्यूचुअल फ़ंड 16 से 18 हुए हैं, जबकि ओवर ऑल होल्डिंग्स 10.76% से 10.84% हो गए हैं। कंपनी का बिज़नस भी कोविड से हर्ट हुआ है, पिछले साल जुलाई में लॉक डाउन की वजह से कंपनी का शेयर 151 पर ट्रेड कर रहा था। मार्च 2020 में खतम हुए क्वार्टर में कंपनी ने 393.2 करोड़ का रेविन्यू दर्ज किया, पर उसके अगले क्वार्टर में जो जून में खत्म हुआ, में बहुत इंपेक्ट देखने को मिला। इसमें रेविन्यू घटकर 183.2 करोड़ हो गया। हालांकि, तब से कंपनी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। अगले जून क्वार्टर में कंपनी की अर्निंग 451.7 करोड़ से बढ़कर मार्च 2021 के क्वार्टर में 525 करोड़ हो गयी। सितंबर 2020 में कंपनी का नेट प्रॉफ़िट भी 67.7 करोड़ से बढ़कर मार्च 2021 में 142.7 करोड़ हो गया। दोस्तों सुपराजित इंजीन्यरिंग लिमिटेड, प्रगति के रास्ते पर आगे बढ़ रही है जोकि उसके स्टॉक की बढ़ती डिमांड से साफ पता चलता है। हालांकि, इसमें भी कोविड की तीसरी लहर और चाइना से होने वाले इम्पोर्ट में छूट से होने वाले नुकसान से रिस्क है। जाने से पहले ये याद रखिए के स्टॉक मार्केट में निवेश में हमेशा एक रिस्क रहता है। ये पॉडकास्ट केवल जानकारी के लिए बनाया गया है, और आपको अपनी रिसर्च ज़रूर करनी चाहिए। ऐसे और रोचक पॉडकास्ट सुनने के लिए हमें फॉलो करें यू ट्यूब और दूसरे सोश्ल मीडिया चैनल पर। तब तक के लिए गुड बाइ और शुभ निवेश। निवेश बाज़ार जोखिमों के आधीन हैं, सभी संबन्धित दस्तावेज़ ध्यान से पढ़ें।