फंडामेंटल विश्लेषण – सोमानी सिरेमिक्स

Podcast Duration: 6:11
फंडामेंटल विश्लेषण - सोमानी सिरेमिक्स --- हैलो दोस्तों, नमस्कार और आपका फिर से स्वागत है एंजेल वन के फंडामेंटल विश्लेषण का एक और स्पेशल पॉडकास्ट पर। दोस्तों जैसा की आप जानते हो की एंजेल वन कुछ बेहतरीन स्टॉक और उनके फंडामैंटल के बारे में एक सिरीज़ कर रहा है। इसी सिरीज़ में आज हम एनालिसिस करेंगे सोमानी सिरमिक्स लिमिटेड को। चलिये कंपनी के बिज़नस के बारे में डिस्कस करने से शुरू करते हैं -- सोमानी सिरेमिक्स लिमिटेड 49 साल पुरानी कंपनी है जो भारतीय इनटिरियर डेकोर और टाइल्स इंडस्ट्री को डोमिनेट करती है। एस सी एल ले पास एक्स्टेंसिव प्रॉडक्ट पोर्टफोलियो है जिसमें सिरेमिक टाइल्स, फ्लोर टाइल्स, पोलिशेड विटरिफाइड टाइल्स, डिजिटल टाइल्स, वाल टाइल्स, वाल क्लाड्डिंग्स, सैनिटरि वेयर, बाथरूम फिटटिंग्स और ऐसे कई प्रोडक्टस हैं। उफ़्फ़ ! प्रॉडक्ट इनवेंटरी ही बोलते -बोलते थक गया यार। सोमानी सिरेमिक्स का वित्त वर्ष 21 का चौथा क्वार्टर काफी अच्छा रहा। एस सी एल ने 564 करोड़ का टर्नओवर रजिस्टर किया Q4 वित्त वर्ष 21 में जोकि 58% बढ़ा पिछले साल के Q4 वित्त वर्ष 20 की सेल्स से। हर क्वार्टर के हिसाब से देखें यानि की Q4 FY21 को Q3FY21 से कंपेयर करें तो एस सी एल की सेल 15% बढ़ी है।अगर पूरे वित्त वर्ष को कंपेयर करें याने की FY21 के सेल्स को FY20 के सेल्स से कंपायर करें तो बढ़त सिर्फ 2.5% की आई है। यह रिसे देखने में छोटा लग रहा होगा आपको दोस्तों पर यह भी याद रखिए के FY21 की सेल्स लोक डाउन की वजह से खराब हुई थी। लोक डाउन के बावजूद कंपनी ने सेल्स में एक छोटी बढ़त दिखाई। अगर लोक डाउन ना होता तो सेल्स ज्यादा हो सकती थी। आगे के लिए मार्केट एक्सपेर्ट एस सी एल के लिए आशावान हैं, क्योंकि वो एकस्पेक्ट कर रहे हैं के एससीएल को फायदा होगा क्योंकि ग्राहक अन ओरगानाइस की बजाए ओरगनाईस सैक्टर से खरीदना पसंद कर रहे हैं। इसका मतलब यह है की आज के दिन में जब कोई टाइल्स या बाथरूम फिटिंग लगाने की सोचता है तो वो लोकल मार्केट से खरीदने के बजाय ब्रांडेड प्रोडक्टस की तरफ ज्यादा ध्यान देता है। अभी डेकोर मार्केट में 60-40 का रैशियो है। 60% पे अन ओरगनाईस सैक्टर का कब्जा है, और 40% पे ओरगनाईस का। मैनेजमेंट का कहना है FY22 का पहला क्वार्टर याने अप्रैल से जून के क्वार्टर सेल्स थोड़ी कम रहेगी पर पूरे FY22 में लोक डाउन खत्म होते ही मार्केट में फिर से पॉज़िटिव सेंटिमेंट्स रिटर्न होंगे और टाइल सेल्स 13-15% तक बढ़ सकती है। मैनेजमेंट का यह भी कहना है के FY23 बेहतर होगा, जिसकी वजह कंपनी की एक्सपेनशन केपेसिटी जो वो अपने तीन टाइल प्लांट्स में कर रही है। यह एक्सपेनशन कंप्लीट होगा FY22 के अंत में, आइए दोस्तों एक बार मार्जिन की तरफ नज़र घुमाते हैं। जून में ख़त्म हुए क्वार्टर में कंपनी के ऑपरेटिंग कोस्ट मार्जिन 12 % से 15.9% हो गए।ऑपरेटिंग मार्जिन वो है जो एक कंपनी कच्चे माल और सैलरी देने के बाद प्रॉफ़िट बनाती है, पर इंटरेस्ट और टैक्स देने से पहले। कंपनी का ई बी आई टी डी ए यानि के अर्निंग बिफोर इंटरेस्ट, टैक्स , डेपृसिएशन, एंड अमोर्टाइसेशन 6.5 गुना बढ़ा है। और एससीएल की प्री -टैक्स अर्निंग Q4 FY21 67.4% थी, Q4 FY20 के 10.8 करोड़ के लॉस के मुक़ाबले। मार्केट विशेषज्ञ नेट डैब्ट के भी जल्द ही खतम होने को लेकर आशान्वित हैं जोकि एक साल में 242 करोड़ से 56 करोड़ और सभी इकाइयों को मिला कर 444 करोड़ से 172 करोड़ हो गया है। कंपनी के नेटवर्क की तरफ देखते हैं - FY21 में 400 नए डीलर बढ़ा कर अपने नेटवर्क को बढ़ा रही है। ब्रांड की लोयलिटी और रीकॉल वैल्यू है, मार्केट एक्स्पर्ट्स FY 21-23 में डिस्ट्रिब्यूशन नेटवर्क और ऑपरेशन मार्जिन में बढ़ोतरी की वजह से नेट प्रॉफ़िट के बढ्ने की उम्मीद कर रहे हैं। दोस्तों फिगर्स की बात काफी हुई अब बात करते हैं शेयर होल्डिंग की जून में ख़त्म होने वाले क्वार्टर में एफ़ आई आई/ एफ़ पी आई ने कंपनी में होल्डिंग 2.65% तो 3.48%। एफ़ आई आई/ एफ़ पी आई की संख्या 48 से बढ़कर 68 हो गयी है। जून क्वार्टर में प्रमॉटर होल्डिंग 54.77% पर कोई बदलाव नहीं हुआ। म्यूचुअल फ़ंड होल्डिंग 16.1% है। इंडिया की बाथ, टाइल्स और सैनिटरि मार्केट FY23 में $ 10,000 तक पहुँचने की उम्मीद है। एससीएल मार्केट में अपनी एक डोमिनेंट पोसिशन बनाने के लिए बिलकुल तैयार है। जिस तरह से लोग ब्रांड - कोंशियस हो रहे हैं, इसलिए अन-ओरगानाइस सैक्टर का शेयर और कम होने की संभावना है। सोमानी सिरामिक्स इसका फ़ायदा उठा सकती है, साथ-साथ एससीएल की एकस्पेंड होने की क्षमता और उसके स्ट्रॉंग डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क की वजह से भारत की टियर - 2 और टियर- 3 जगहों में अपनी पकड़ बना सकती है। एस सी एल अभी 663 पर ट्रेड कर रहा है। लोक डाउन की वजह से कंपनी और उसके शेयर को थोड़ा नुकसान ज़रूर हुआ है, पर कंपनी का ग्रोथ स्ट्रॉंग है। कंपनी का शेयर प्राइस मार्च 2020 में रुपये 87 था जो अब बढ़कर काफी दूर आ गया है। कंपनी के निवेशकों का उत्साह देखने लायक है। कंपनी के प्राइस का मार्च 2020 में गिरने के बाद एकदम से रिकवर हुआ और अक्तूबर 2020 में 200 पर ट्रेड हुआ। 2021 की फरवरी में 400 रुपये हो गया था, निवेशकों को इससे काफी फायदा हो रहा है। लेकिन फिर भी निवेश से पहले पूरी जानकारी जुटाना ज़रूरी है। चलिये दोस्तों आज के लिए बस इतना ही। जाने से पहले ये याद रखिए के स्टॉक मार्केट निवेश में हमेशा एक रिस्क रहता है। ये पॉडकास्ट केवल जानकारी के लिए बनाया गया है, और आपको अपनी रिसर्च ज़रूर करनी चाहिए। ऐसे और रोचक पॉडकास्ट सुनने के लिए हमें फॉलो करें यू ट्यूब और दूसरे सोश्ल मीडिया चैनल पर। तब तक के लिए गुड बाइ और शुभ निवेश। निवेश बाज़ार जोखिमों के आधीन हैं, सभी संबन्धित दस्तावेज़ ध्यान से पढ़ें।