फंडामेंटल विश्लेषण – माइंडट्री

Podcast Duration: 7:27
फंडामेंटल विश्लेषण - माइंडट्री --- हैलो दोस्तों, नमस्कार और आपका फिर से स्वागत है एंजेल वन के फंडामेंटल विश्लेषण का एक और स्पेशल पॉडकास्ट पर। अगर आप हमारे पॉडकास्ट सुनते हो, आपने शायद नोटिस किया होगा की, हम आपको हमेशा स्टॉक में इन्वेस्ट करने से पहले एनालाइस करें। निवेश करने से पहले एनालाइस करना उतना ही ज़रूरी है जैसे एक आदमी को हाईर करने से पहले या किसी से शादी करने से पहले जान लेना। है ना ? थोड़ा बहुत रिसर्च करते होंगे ना आप? मुझे विश्वास है करतें है क्योंकि हर चुनाव का कोई ना कोई कोंसिकुएंस होता है। तो यह साफ है की किसी भी व्यक्ति पर अपना समय निवेश करने से पहले आप उनकी हिसटरि और उनके बारे में जानकारी लेना चाहोगे। तो ज़ाहिर है की अपने पैसे निवेश करने से पहले भी कुछ ऐसी डीटेल है जो आपको पता होनी चाहिए। है की नहीं? आज हम आपको बताने वाले हैं की कैसे आप स्टॉक में निवेश से पहले एक मूलभूत विश्लेषण कर सकते हैं। आज हम माइंड ट्री कंपनी का मूलभूत विश्लेषण करेंगे। आप इस्स प्रोसैस को दूसरी कंपनियों के लिए भी प्रयोग कर सकते हैं। जब आप विश्लेषण कर रहे हों, तो पहले कदम है यह पता लगाना कि कंपनी क्या करती है और उसमें उसकी परफॉर्मेंस कैसी है? माइंड ट्री क्या है? -- माइंड ट्री एक प्रमुख मिड कैप आई टी सर्विस प्रोवाइडर है। -- यह एल एंड टी ग्रुप का एक पार्ट है। इसका रेविन्यू वित्त वर्ष 2020 में डॉलर 1 बिल्यन था। इस कंपनी का बीएफ़एसआई में काफी स्ट्रॉंग प्रेसेंस है-- जो हैं --बैंकिंग एंड फ़ाइनेंष्यल सर्विस, कम्युनिकेशन, मीडिया एंड टेक्नालजी, रीटेल, सीपीजी एंड मनुफ़ेक्चरिंग, एंड ट्रैवल , होस्पिटिलिटी सेगमेंट्स। माइंड ट्री का क्या पोटेनशियल है? उम्मीद यह है कि माइंड ट्री टॉप- कुयरटाइल ग्रोथ देखेगी जोकि है 50% + ग्रोथ। क्योंकि अभी माइंड ट्री कई फीडर सैक्टर में रिकवरी हो रही है, जैसे कि टुरिज़्म और रीटेल। माइंड ट्री के टॉप क्लाईंट ग्रोथ एंटीसीपेट कर रहे हैं। माइंड ट्री ने वित्त वर्ष 22 की पहली तिमाही में अच्छे डील, टॉप ब्रोकेरेजिस और विशेषज्ञ निवेशक विन किए हैं, और आने वाली तिमाही में भी यही मोमेंटम जारी रहने की उम्मीद है। हमारी उम्मीद के मुताबिक कंपनी का पोस्ट रेविन्यू / पेट ग्रोथ जोकि 11.7%/ 35.2% है, वित्त वर्ष 21- 23 के मध्य में नयी डीलस की वजह से बेहद मजबूत होगा। हमारा यह भी अनुमान है की मार्जिन भी अच्छी मैनेजमेंट की वजह से 20% से ऊपर स्टेबल रहेंगे। आगे फंडामेंटल एनालिसिस के 4 पार्ट्स हैं -- यह है: मेकरो इकनॉमिक एनालिसिस , जो इकॉनमी पे ध्यान देता है ऐसे फ़ेक्टर को ध्यान में रखते हुए जो कंपनी पर असर डाल सकते हैं। इंडस्ट्री एनालिसिस जो संबद्ध सैक्टर का विश्लेषण करता है, परिस्थिति एनालिसिस जो 2021 में कोविड-19 की वजह से कुछ ज्यादा ही उपयुक्त है। फ़ाइनेंष्यल एनालिसिस। मेकरो इकनॉमिक एनालिसिस के लिए आप सरकारी वैबसाइट नहीं तो अखबार से इस जानकारी को ले सकते हो। आई बी ई एफ़ के अनुसार वित्त वर्ष 2020-21 में भारत की जी डी पी मौजूदा प्राइस के हिसाब से 195.86 लाख करोड़, सरकारी आंकड़ों के हिसाब से है। वित्त वर्ष 2021 के तीसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ में नगण्य 0.4% की बढ़त सरकारी आंकड़ों के मुताबिक दर्ज़ की गयी। इकनॉमिक सर्वे 2020-21 के अनुसार वित्त वर्ष 2022 में जीडीपी ग्रोथ 11% रहने की उम्मीद है। अगर यह सच में हो जाये तो यह सचमुच अद्धभूत होगा, उम्मीद करते हैं यह सच में हो जाये। सरकार ने नवम्बर 2020 में 2.65 लाख करोड़ का स्टिमुलस पैकेज घोषित किया, इसका उद्देश्य रोजगार बढ़ाना और बहुत सारे सैक्टर को जो पूंजी की अभी ज़रूरत है जैसे टुरिज़्म, एविएशन, कन्स्ट्रकशन और हाउसिंग। यह थे कुछ पॉइंट्स जो हमने निकले रिसर्च करके, आप भी इस तरह देश के इकनॉमिक हाल का विश्लेषण कर सकते हो।हम सिर्फ आपको रास्ता दिखा रहे हैं , आगे के कदम आपको लेने हैं। अगला कदम है उद्योग का एनालिसिस जिसे आप सैक्टर का विश्लेषण भी बोल सकते हो। सैक्टर के विश्लेषण के लिए आपको संबन्धित कंपनी विशेष के सैक्टर से जुड़ी खबरों पर नज़र रखनी होगी। आप गूगल भी कर सकते हैं , ताकि आप कोई भी न्यूज़ मिस न करो। माइंड ट्री से जुड़ी हुई कुछ खबरें नीचे हैं: - आईटी सैक्टर का देश की जीडीपी में 8% का भाग रहा है, आईटी सैक्टर का देश के भीतर वित्त वर्ष 2021 में लाभांश 45 बिल्यन डॉलर रहा है। ये दो पॉइंट्स आईटी सैक्टर के महत्व को दर्शाते हैं। अगर आपको याद हो हमने चर्चा की थी मुख्य सैक्टर जहां माइंड ट्री अपनी सेवाएँ देती है मनुफ़ेक्चरिंग उनमें से एक है। इस साल की शुरुआत में भारत सरकार की मिनिस्टरी ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड आईटी ने देश में बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रॉनिक्स के निर्माण के लिए, प्रॉडक्शन लिंकेड इन्सेंटिव स्कीम के अंतर्गत दूसरे दौर के आवेदन आमंत्रित किए हैं। सरकार ने डिस्प्ले फेब्रिकेशन और मोबाइल हार्डवेयर मेनुफ़ेक्चरिंग के लिए भी इन्सेंटिव स्कीम शुरू की है। इन 2 डेव्लपमेंट के बाद हो सकता है कि माइंड ट्री के एक - दो फीडर सैक्टर एक्टिवेट हो जाएँ। जैसे की मेनुफ़ेक्चरिंग और टेक्नालजी, मेक इन इंडिया इनिशिएटिव से मेनुफ़ेक्चरिंग सैक्टर में ग्रोथ हो सकती है। माइंड ट्री बी एफ़ एस आई सैक्टर को भी आईटी सर्विसेस देता है , जहां पर बड़े बदलाव हो रहे हैं। फिन-टेक सैक्टर ने लोगों के निवेश, ऋण, ट्रान्सफर और ट्रेड के तरीके को बदल कर रख दिया है। तो आईटी सर्विस प्रोवाइडर इस क्षेत्र में शायाद कुछ नए प्रोजेक्ट्स शुरू करने की, या बीएफ़एसआई कंपनियों के लिए एक इनफ्रास्ट्रक्चर सेट अप करने की सोचें ताकि वो नए परिस्थितियों से जूझ सकें। माइंड ट्री आर्टिफ़िश्यल इंटेलिजेंस प्रोवाइड करती है और बीएफ़एसआई सैक्टर में तो यह इस साल की थीम है। सिचुएशन एनालिसिस करना है है - लेकिन अपनी या किसी और के एनालिसिस को थोड़ा सावधानी से लें क्योंकि पेंडेमिक की स्थिति अभी क्लियर नहीं है। इतना ज़रूर बोल सकते हैं कि कंपनियाँ काम करने के तरीके ढूंढ रही हैं, और लोग रोजगार, ट्रैवल और ज़िंदगी को जीने के तरीके ढूंढ रहे हैं पर सावधानी के साथ। अगर लोग एंजॉय कर रहे हैं तो खर्चा भी हो रहा है, अभी तो हमारे देश में अनलॉक शुरू हुआ है और हालात थोड़े बेहतर लग रहे हैं। एक और बात कि आईटी सैक्टर के लिए डिमांड अब बढ़ गयी है, पेंडेमिक से इस सैक्टर में ज्यादा फर्क नहीं पड़ा कुछ जगह तो डिमांड बढ़ गयी। फ़ाइनेंष्यल एनालिसिस के लिए आपको कंपनी कि पिछले 3-5 साल तक कि बैलेन्स शीट को देखना चाहिए। उसके एसेट को लाएबिलिटि के मुक़ाबले और लाभ को खर्चे के मुक़ाबले में देखें। माइंड ट्री के स्टेटमेंट के अनुसार वित्त वर्ष 21 में कंपनी ने 5.2 % कि रेविन्यू ग्रोथ दर्ज की। फ़ाइनेंष्यल किसी दूसरे के कहने पे मत जाओ अपनी रिसर्च करो और यह बहुत आसान है। तो दोस्तों फंडा मेंटल एनालिसिस ऐसे किया जाता है , इसे एक आदत बना लें। अगर यह पॉडकास्ट आपको अच्छा लगा तो इसे फॅमिली और फ़्रेंड्स के साथ शेयर करें, जो आप ही तरह एक निवेशक हैं। हम इसी के जैसे कुछ और फ़ाइनेंष्यल एनालिसिस के पॉडकास्ट लेकर आएंगे। जाने से पहले ये याद रखिए के स्टॉक मार्केट में निवेश में हमेशा एक रिस्क रहता है। ये पॉडकास्ट केवल जानकारी के लिए बनाया गया है, और आपको अपनी रिसर्च ज़रूर करनी चाहिए। ऐसे और रोचक पॉडकास्ट सुनने के लिए हमें फॉलो करें यू ट्यूब और दूसरे सोश्ल मीडिया चैनल पर। तब तक के लिए गुड बाइ और शुभ निवेश। निवेश बाज़ार जोखिमों के आधीन हैं, सभी संभन्धित दस्तावेज़ ध्यान से पढ़ें।