फंडमेंटल एनालिसिस ऑफ सैक्टर्स : आईटी सैक्टर

Podcast Duration: 6:17
फंडमेंटल एनालिसिस ऑफ सैक्टर्स : आईटी सैक्टर नमस्कार दोस्तों ! हैलो और फिर से स्वागत है आपका एंजेल वन के एक स्पेशल और रोचक फंडमेंटल एनालिसिस पॉडकास्ट पर। यह पॉडकास्ट में हम चर्चा करेंगे साल के दो सबसे पोपुलर सैक्टर में से एक की, जो है आईटी सैक्टर। मुझे पहले से पता है की इस पॉडकास्ट के लिए काफी लोग रोमांचित होंगे। तो चलिये गहराई में उतरते हैं। जब से पेंडेमिक और लोक डाउन चालू हुआ है लोग इन दो सैक्टर में निवेश करने के लिए कुछ ज्यादा ही रुचि लेने लगे हैं, जोकि हैं फ़ार्मा और आईटी। फ़ार्मा सैक्टर के लिए इंटरेस्ट बढ़ गया है क्योंकि कोविड -19 में दवाइयाँ और वेकसिन की ज़रूरत हुई। और आईटी सैक्टर में निवेश बढ़ा है क्योंकि रिमोट वर्किंग के चक्कर में आईटी सोल्युशंस के लिए काफी डिमांड इंक्रीज़ होती हुई दिख रही है। तो चलिये आज आईटी सैक्टर का फंडमेंटल एनालिसिस साथ में देख लेते हैं। आपको शायद ऑलरेडी पता होगा की फंडमेंटल एनालिसिस में सैक्टर का रेविन्यू और लोस देखा जाता है, पिछले कुछ सालों में। और पोटेन्शियल अगले कुछ सालों के लिए भी देखा जाता है। हम इस सैक्टर को चार चरणों में एनलाईस करेंगे : - पहले डिस्कस करते हैं कई फिगर्स, जिससे आप सैक्टर का अभी का स्टेटस जान सकते हो। फिर देखेंगे इंडस्ट्री एनवायरनमेंट, तीसरी लाइन है गवर्नमेंट द्वारा उठाए गए कदम और आईटी सैक्टर में सरकार की भूमिका और सबसे आखिर में देखेंगे आईटी इंडस्ट्री का पोटेन्शियल और पोसिबिलिटी। पार्ट - 1 - आईटी सैक्टर की ग्रोथ स्टोरी -- 2021 में यह सैक्टर ने देश की जीडीपी में 7.7% का कोंटरीब्यूशन दिया था। लेकिन 2020 में यह ज्यादा था 8%, यह मानना ज़रूरी है कि उस समय सब लोग क्लाउड बेस्ड आईटी सोल्यूशंस और विर्चुयल कॉन्फ्रेंसिंग, बिज़नस के लिए मोबाइल एप्स वगैरह कि और देख रही थी क्योंकि पूरा देश रिमोट वर्किंग कि और बढ़ रहा था। इस साल में आईटी सैक्टर रेविन्यू डॉलर 194 बिल्यन होने कि संभावना है। अगर आईटी सैक्टर FY 2021 में यह रेविन्यू असल में साल दर साल के हिसाब से पा सका तो यह 2.3% से बढ़ेगा। भारतीय प्राइवेट निवेशक का भी इस सैक्टर में काफी इंटरेस्ट है। 2020 में 400 के करीब प्राइवेट इक्विटि डीलस आईटी और बीपीएम पर ही केन्द्रित थी। इस साल के अंत तक, आईटी सैक्टर के एक्स्पोर्ट्स में 1.9% ग्रोथ होने का अंदाज़ा है। अगर यह सच में हो गया तो हमारे आईटी एक्स्पोर्ट्स इस साल के अंत तक 150 बिल्यन हो जाएंगे। पार्ट - 2- आईटी सैक्टर एनवायरनमेंट -- ज्यादा से ज़्यादा बिज़नस अपनी जरूरतों के लिए आईटी सैक्टर और उसमें भी आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेन्स पर निर्भर हो रहे हैं। आप ट्रेडिंग और इनवेस्टमेंट आजकल एप से करते हो ना ? आप अपनी पायमेंट्स भी ऑनलाइन करते हो, बूकिंग्स भी ऑनलाइन करते हो, शॉपिंग एप से करते ओ, इन्शुरेंस ऑनलाइन करते हो, फोटोस भी ऑनलाइन एडिट करते हो और उसके लिए एआई बेस्ड एप्स का यूस करते हो ....यह सारा बिज़नस अपनी सर्विसेस के लिए आईटी पर डिपेंड करता है। भारत में स्मार्ट फोन के बढ़ते इस्तेमाल के कारण भी इन सब सर्विसेस जिनके बारे में हमने अभी बात की , कि डिमांड बढ़ रही है। ग्लोबल ट्रेंड्स देख कर इंडियन कंपनियाँ भी क्लाउड बेस्ड कम्प्यूटिंग और अकाउंटिंग यूस करने के लिए तैयार हो रही हैं। यह तो पेंडेमिक से पहले ही चालू हुआ, वर्क - फ्रम - होम के दौर ने तो केवल क्लाउड कम्प्यूटिंग को भारतीय बिज़नस में ज़्यादा बूस्ट देने में मदद की। अगर आपको पता नहीं है तो क्लाउड कम्प्यूटिंग का सर्वर फ़िज़िकल नहीं बल्कि विर्चुयल रहता है। पार्ट : 3 : - गवर्नमेंट का आईटी सैक्टर को सपोर्ट :- सरकार ने आईटी सैक्टर के लिए एक्स्टेंडेड टेक्स हॉलिडेज़ एनाओन्स कर दी है, इंडिया के सॉफ्टवेर टेक्नालजी पार्क्स और एस ई ज़ेड के लिए। नवम्बर 2020 में सरकार ने बीपीओ के लिए नियमों को रिलैक्स किया था जो उनके स्टाफ को रेमोटली काम करने में मदद करेगा, जब लोक डाउन तो इंडस्ट्री बिलकुल रुक गयी थी। गर्तनेर करके एक रिसर्च फ़र्म है, जो खास आईटी सैक्टर में स्पेशलाइस्ड है। इस कंपनी ने अंदाज़ा लगाया है कि 2021 में आईटी सैक्टर में सरकारी निवेश 11.7% बढ़कर 7.3 बिल्यन डॉलर हो जाएगा। पार्ट- 4- आईटी सैक्टर में संभावित ग्रोथ और पोटेन्शियल -- आईटी सैक्टर का जीडीपी में कोंट्रिब्यूशन साल 2025 तक 7.7% से बढ़कर 10 % होने कि उम्मीद है। आई बी ई एफ़ की रिपोर्ट के अनुसार, भारत के आईटी सैक्टर में 5 बिल्यन डॉलर कि ग्लोबल इनवेस्टमेंट आ सकती है। यह इनवेस्टमेंट अगले चार साल में यानि की 2025 तक आने की उम्मीद है। यूएसए और यूके भारतीय आईटी सैक्टर के सबसे बड़े ग्राहक हैं, विशेष रूप से आउटसौर्स्ड Ist सर्विसेस में। इन देशो की इकनॉमिक रिकवरी के साथ भारत के आईटी सैक्टर में भी ग्रोथ और रेविन्यू बढ्ने की संभावना है। पूरी दुनिया की आईटी सर्विसेस और खास आउटसौर्स्ड आईटी सर्विसेस में भारत की भागीदारी 50% से भी ज़्यादा है। अभी तो बहुत देशो में इकनॉमिक क्राइसिस है, दुनिया भर की कंपनियाँ शायद अपनी पुरानी लोयलिटी को छोड़ कर अपने बिज़नस को चलाये रखने के लिए कम खर्चे वाले सोल्युशंस की तरफ देखेंगी। इससे भारतीय आईटी सर्विसेस की डिमांड बढ़ सकती है। भारतीय कोस्टिंग दुनिया के कुछ देशों के मुक़ाबले 1/4 है। तो क्या आपको आईटी सैक्टर में निवेश करना चाहिए? दोस्त इसका जवाब आप ही दे सकते हो। निवेश से पहले अपनी रिस्क एपेटाइट और निवेश क्षमता पर विचार कर लें, किसी स्टॉकको शोर्ट्लिस्ट करने से पहले उसका टेक्निकल एनालिसिस ज़रूर करें यह देखने के लिए की वो सही प्राइस पर ट्रेड कर रहा है या नहीं - ऐसा शेयर चुने जिसके जल्दी बढ्ने की संभावना हो। कंपनी की अच्छे रिटर्न्स देने की पोसिबिलिटी को चेक करने के लिए उसके पिछले 3- 5 सालों के फ़ाइनेंष्यल भी देख लिया करो। ये पॉडकास्ट केवल जानकारी के लिए बनाया गया है, और आपको अपनी रिसर्च ज़रूर करनी चाहिए। चलिये दोस्तों ! आज आपसे विदा लेते हैं, हम जल्दी ही और सैक्टर्स के बारे में डिस्कस करेंगे, तो हमारे साथ बने रहिए, और सबसे महत्वपूर्ण खुश रहिए। ऐसे और रोचक पॉडकास्ट सुनने के लिए हमें फॉलो करें यू ट्यूब और दूसरे सोश्ल मीडिया चैनल पर। तब तक के लिए गुड बाइ और शुभ निवेश। निवेश बाज़ार जोखिमों के आधीन हैं, सभी संबन्धित दस्तावेज़ ध्यान से पढ़ें।