Debunking X myths surrounding trading | Hindi

Podcast Duration: 5:57
ट्रेडिंग के 5 मिथ की असलियत : नमसकर दोस्तों, एंगेल वन के इस पॉडकास्ट में आपका स्वागत है, अगर आप पहली बार सुन रहे हैं तो आपका स्वागत है। यहाँ हम स्टॉक मार्केट के मुश्किल टॉपिक को आसान करके नए ट्रैडरस को शुरू करने के लिए बेसिक जानकारी देते हैं। अगर आप हमारे रेगुलर लिसनर हैं तो फिर से आने के लिए शुक्रिया, मैं खुश हूँ की हमारे पॉडकास्ट आपके लिए यूज़फुल हैं। आज के पॉडकास्ट में हम ट्रेडिंग के बारे में कुछ पॉप्युलर मिथ के बारे में बात करेंगे। अभी आप ट्रेडिंग में नए हैं , आपने ट्रेडिंग के बारे में काफी कुछ सीखा होगा, बुरा भी और अच्छा भी। आइये कुछ प्रचलित अफवाहों के पीछे की सच्चाई जानते हैं: मिथ नंबर 1 :- स्टॉक मार्केट आपको रातों - रात अमीर बनाने की जगह है। इसका बिलकुल उल्टा है। मिथ नंबर 2 : स्टॉक मार्केट मे पूरा पैसा खो दोगे। मिथ नंबर 1 और 2 को साथ - साथ मिला देते हैं, स्टॉक मार्केट में आप धीरे- धीरे करके अपने पैसे को बढ़ा सकते हो। जी हाँ आप रिस्क लेके बड़े- बड़े प्रॉफ़िट टार्गेट कर सकते हो लेकिन हाइ रिस्क स्टॉक में इन्वेस्ट करके लॉस भी हो सकता है। यह जो रातों- रात अमीर बनने की या बिलकुल लूट जाने की कहानियाँ हैं वो हाइ रिस्क स्टॉक से ही जुड़ी हुई हैं। लेकिन , सिर्फ ये ही ट्रेड करने का तरीका नहीं है। एक समझदार और सतर्क ट्रैडर हमेशा पूरी रिसर्च के बाद ही स्टॉक चूज करता है। ट्रेडिंग में हमेशा अपने रिस्क को कुछ रिस्क मैनेजमेंट के कदमों से कम करने की सलाह दी जाती है। यह है स्टॉप लॉस ज़रूर सेट करना : अगर आपने शेयर रुपये 100 में खरीदे हैं, तो आप 98 रुपये पर स्टॉप लॉस कर सकते हैं। अगर स्टॉक गिर जाता है तो आपका लॉस 2 रुपये पर शेयर से ज्यादा नहीं हो सकता। जैसे ही स्टॉक 98 तक गिरेगा, आपका स्टॉक बेच दिया जाएगा। अब बताइये कैसे पूरे पैसे खो सकते है? स्टॉक को ध्यान से चूसे करना : स्टॉक्स को अफ़वाहों या अखबार की हैड्लाइन्स या " एक्सपेर्ट टिप " के बेसिस पर चूसे नहीं करना चाहिए। निवेश से पहले हमेशा कंपनी के फ़ाइनेंष्यल रिकॉर्ड को देखें। जिन कोंपनियों का रेविन्यू ज्यादा है और लोसेस कम, ऐसी कंपनी में इन्वेस्ट करना। की सलाह दी जाती है। जो कंपनियाँ पोपुलर प्रोडक्टस और सर्विसेस में स्ट्रॉंग हैं , ऐसी कंपनीस में इन्वेस्ट करके ज्यादा अर्निंग की ज्यादा संभावना है। लंबे समय के लिए निवेश करें : डे ट्रेडिंग सबसे ज्यादा रिसकी है, खासकर नए ट्रेडर्स के लिए, वो इसलिए क्योंकि आप स्टॉक को ओवरनाइट नहीं बेच सकते। जो स्टॉक को आज लिया वो ट्रेडिंग डे के एंड तक बेचना ही पड़ेगा, चाहे आप बेचने से खुश न हों , या स्टॉक का प्राइस बढ़ा है या नहीं। लॉन्ग टर्म में रिस्क प्लेटू आउट हो जाता है दोस्त। जी हाँ एक दिन में प्राइस बहुत ऊपर -नीचे होते हैं लेकिन आप किसी भी स्ट्रॉंग कंपनी का लॉन्ग टर्म स्टॉक प्राइस ग्राफ देख लो। क्या प्राइस लॉन्ग टर्म में हमेशा बढ़ता नहीं है? मिथ नंबर 3: ट्रेडिंग करना हो तो आपको पूरा दिन देना पड़ेगा ; नौकरी छोडनी पड़ेगी। ये अफवाह हर जगह है पर क्या आप किसी दूसरे निवेश को करने के लिए नौकरी छोड़ते हो? चाहे फ़िक्स्ड डिपॉज़िट हो , या म्यूचुअल फंड या पीपीएफ़ आप निवेश करते है और अपनी नौकरी भी करते हैं। हाँ, कुछ लोग हैं जो ट्रेडिंग को ही अपना फुल टाइम जॉब बना लेते हैं, लेकिन यह ज़रूरी नहीं है। आप स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट करने के साथ- साथ अपनी जॉब भी कंटिन्यू कर सकते हैं। आप ऑफिस के बाद या वीकेंड पर कंपनियों पर रिसर्च कर सकते हो और जब आप कॉन्फिडेंट हों, आप कुछ ही देर में अपना बाय ऑर्डर प्लेस कर सकते हो। पुराने दिनों में ऑफलाइन ट्रेडिंग मुश्किल और लंबा समय लेती थी, पर ऑनलाइन ट्रेडिंग के साथ आप कहीं से भी स्टॉक ट्रेडिंग कर सकते हैं अगर आपके पास स्मार्ट फोन और इंटरनेट कनैक्शन हैं। अगर आपको डे ट्रेडिंग भी करना है तो आप दिन की शुरुआत में ट्रेड कर सकते हैं और अपने काम पर जाने से पहले अपने शेयर बेच कर जा सकते हैं। मिथ नंबर 4 : ट्रेडिंग के लिए आपको बहुत सारे कंप्यूटर की ज़रूरत होती है। यह ऑनलाइन ट्रेडिंग से पहले की बात थी और कुछ प्रोफेशनल डे ट्रैडर हर स्टॉक पर अपनी नज़र रखने के लिए ऐसा सेट अप बना सकते हैं। ऐसे ट्रैडरस छोटे- छोटे प्राइस चेंजिस का पीछा करते हैं लेकिन वो बड़े वॉल्यूम में ट्रेड करके अपना प्रॉफ़िट कमा लेते हैं। पर इस तरीके से ट्रेड करना ज़रूरी नहीं है, आप लॉन्ग टर्म इन्वेस्ट करने के लिए स्मार्ट फोन का भी यूस कर सकते हैं। मिथ नंबर 5: जब मार्केट नीचे है और लोग सेल कर रहे हैं तो आपको भी सेल करना चाहिए, चाहे आप नुकसान में भी बेच रहे हों। स्टॉक मार्केट अलग - अलग तरह के कारणों से इफैक्ट होती है और इन्वैस्टर बड़े इमोश्नल होते हैं। कई लोग बिना किसी कारण के सेल कर देते हैं, आप अपने इन्वेस्ट किए गए स्टॉक के ऊपर ध्यान दीजिये और जल्दबाज़ी में मत बेचो। ज़्यादातर लोग अगर किसी खबर के परिणाम से जल्दी में बेच देते हैं तो मार्केट कुछ दिनों में वापस रिकवर हो जाएगी। हाँ लेकिन अगर आपने गलत कंपनी में निवेश किया है तो आपके लिए मुश्किल हो सकती है और आपको नुकसान पर बेचना पड़ सकता है। दोबारा बोलता हूँ अपने इंवेस्टेड कंपनी, इनके खर्चे और प्रॉफ़िट, लोस पे ध्यान दो। प्रॉफ़िट टू अर्निंग रैशियो से कैसे डिसाइड करना है की इस स्टॉक में इन्वेस्ट करना फायदेमंद है या नहीं ये भी ज़रूर सीखें। और हाँ स्टॉक मार्केट की जानकारी बहुत ज़रूरी है , मार्केट में कैसे इन्वेस्ट करते हैं इसके लिए हमारे पॉडकास्ट को सुनते रहिए। यह पॉडकास्ट केवल जानकारी के लिए बनाया गया है और निवेशक होने के नाते आपको अपनी रिसर्च भी करनी चाहिए। अपना रिस्क एपिटाईट देख कर ही इन्वेस्ट करें। हमेशा लेफ्ट ओवर मनी और आपके खर्चों के बाद बचे हुए पैसे से ही निवेश करें। निवेश बाज़ार ज़ोखिमों के आधीन हैं, कृपया निवेश से पहले सभी संबन्धित दस्तावेज़ ध्यान से पढ़ें।