अगर आप एनआरआई(NRI) हैं या बनने की योजना बना रहे हैं लेकिन भारतीय म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करने में रुचि रखते हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए ज़रूरी है. निवेश के लिए शुभकामनाएँ!
एनआरआई (NRI) निवेश अच्छे समाचार हैं!
भारत में म्यूचुअल फंड में एनआरआई (NRI) निवेश भारत के लिए अच्छी खबर है क्योंकि विदेशों में विभिन्न स्रोतों से इकट्ठा किए गए फंड को भारतीय बाजारों में चैनलाइज़ किया जा सकता है, जिससे भारतीय कंपनियों के लिए लिक्विडिटी मिल सकती है और फाइनेंशियल सिस्टम – घरेलू निवेशक, एसेट मैनेजर, कंपनियों आदि सभी लाभ प्राप्त कर सकते हैं.
आइए देखते हैं कि एनआरआई (NRI) भारत में म्यूचुअल फंड में किन परिस्थितियों में निवेश कर सकते हैं और इसमें क्या प्रक्रियाएं शामिल हैं.
एनआरआई (NRI) कौन है
आइए , सबसे पहले सुनिश्चित करें कि एनआरआई (NRI) कौन है.
- विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (एफईएमए)(MEFA(, 2000 के तहत 3 मई, 2000 के नोटिफिकेशन नं. 13 के नियम 2 के अनुसार, भारतीय नागरिक जो भारत के बाहर निवास करते हैं, एनआरआई (NRI) हैं.
- इनकम टैक्स एक्ट, 1961 के अनुसार –
- एक वित्तीय वर्ष के दौरान 120 दिनों या उससे अधिक समय तक या पिछले 4 वित्तीय वर्षों में 365 दिनों या उससे अधिक समय तक रहने वाला व्यक्ति एक निवासी है. दूसरे शब्दों में एक एनआरआई (NRI) एक ऐसा भारतीय है जिसने एक वित्तीय वर्ष में 120 दिनों से कम समय के लिए भारत की यात्रा की. यह नियम उन एनआरआई (NRI) के लिए लागू है जिनकी भारतीय स्रोतों से प्राप्त आय उस वित्तीय वर्ष में ₹15 लाख से कम है.
- अगर उस वित्तीय वर्ष में कुल भारतीय आय ₹ 15 लाख से अधिक है, तो नागरिक को केवल तभी एनआरआई (NRI) के रूप में गिना जाएगा जब उनका निवास 181 दिनों से अधिक न हो.
क्या एनआरआई (NRI) भारत में म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकता है
गैर-निवासी भारतीयों और विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) (FII) को विदेशी मुद्रा प्रबंधन (भारत के बाहर निवासी व्यक्ति द्वारा सुरक्षा स्थानांतरण या जारी करना) विनियमों, 2000 के आरबीआई अनुसूची 5 के तहत म्यूचुअल फंड यूनिट में निवेश करने या रिडीम करने की अनुमति दी जाती है. इसलिए म्यूचुअल फंड में एनआरआई (NRI) निवेश की अनुमति है, बशर्ते कुछ शर्तें पूरी हो जाएं.
एनआरआई (NRI) के लिए म्यूचुअल फंड के प्रकार
एनआरआई (NRI) द्वारा म्यूचुअल फंड इन्वेस्टमेंट निम्नलिखित आधार पर किया जा सकता है –
1. प्रत्यावर्तनीय आधार –
प्रत्यावर्तनीय आधार पर निवेश का अर्थ वह निवेश होता है, जिसकी सेल या मेच्योरिटी आय, टैक्स का नेट, भारत के बाहर स्थानांतरित होने के लिए पात्र है.
एक एनआरआई(NRI) द्वारा पर म्यूचुअल फंड में प्रत्यावर्तनीयआधार निवेश करने के लिए निम्नलिखित शर्तों को पूरा किया जाना चाहिए –
ए. एनआरआई (NRI) के पास भारत में एनआरई ( NRE) या एफ़सीएनआर (FCNR) बैंक खाता होना चाहिए
बी.
निवेश राशि एनआरई(NRE)/एफ़सीएनआर (FCNR) खाते को डेबिट करके या नॉर्मल बैंकिंग चैनल के माध्यम से इनवर्ड रेमिटेन्स द्वारा प्राप्त की जानी चाहिए.
सी. डिविडेंड/ब्याज़/मेच्योरिटी राशि के आधार पर रिटर्न एनआरई(NRE)/एफ़सीएनआर (FCNR) खाते में जमा किए जाने चाहिए या सामान्य बैंकिंग चैनलों के माध्यम से उत्सर्जित किए जाने चाहिए.
डी. निवेशक को लागू टैक्स का भुगतान करना होगा
ई. म्यूचुअल फंड को सेबी (SEBI) के नियमों और विनियमों का पालन करना चाहिए.
2. गैर–प्रत्यावर्तनीयनॉन–रिपेट्रिएबल आधार –
इस मामले में, मूलधन और लाभ देश के भीतर रखे जाने चाहिए. म्यूचुअल फंड को भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा गैर-प्रत्यावर्तनीय आधार पर म्यूचुअल फंड स्कीम प्रदान करने की अनुमति है, जब तक कि निवेशक को देय फंड एनआरआई (NRI) के एनआरओ(NRO) खाते में जमा किए जाते हैं.
, भारतीय म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए आरबीआई से अनुमति की आवश्यकता विदेशी कॉर्पोरेट बॉडीज़ (ओसीबी)(OCB) और एफआईआई (FII), होती है, न कि एनआरआई को.
नॉन-रेजिडेंट एक्सटर्नल रुपी (एनआरई) (NRE) अकाउंट एनआरआई(NRI) द्वारा भारत में अपनी विदेशी कमाई को जमा करने के लिए खोले जाते हैं.
नॉन-रेजिडेंट ओर्डिनरी रुपी (एनआरओ) (NRO) खाते आमतौर पर एनआरआई (NRI) द्वारा भारत से अपनी आय जमा करने के लिए खोले जाते हैं.
फ़ोरेन करेंसी नॉन रेसिडेंट एफ़सीएनआर (FCNR)खाते एनआरई (NRE) खातेट जैसे होते हैं, लेकिन फंड विदेशी मुद्रा में जमा किए जाते हैं.
एनआरआई (NRI) के लिए म्यूचुअल फंड निवेश प्रक्रिया
भारत में म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए एनआरआई (NRI) द्वारा निम्नलिखित कदम उठाए जाने चाहिए –
चरण 1. लागू एनआरई/एनआरओ ( NRE/NRO ) खाताअकाउंट खोलें
एफईएमए (FEMA) द्वारा एनआरआई (NRIs) भारत में सामान्य सेविंग अकाउंट में अपना पैसा जमा करने की अनुमति नहीं है. इसके अलावा, भारत की म्यूचुअल फंड एसेट मैनेजमेंट कंपनियां विदेशी मुद्राओं में निवेश स्वीकार नहीं कर सकती हैं.
चरण 2. निम्नलिखित दो तरीकों में से किसी में निवेशइन्वेस्टमेंट करें
- एनआरआई (NRI) सीधे खुद ही निवेश कर सकते हैं. इसके लिए उनको हाल ही की फोटो, पैन कार्ड की प्रमाणित कॉपी, पासपोर्ट, भारत के बाहर का निवास प्रमाण और बैंक स्टेटमेंट सहित अपने केवाईसी (KYC)विवरण देने की आवश्यकता होगी. बैंक व्यक्तिगत सत्यापन के लिए कह सकता है जो निवास देश के भारतीय दूतावास में किया जा सकता है.
- एनआरआई(NRI), पावर ऑफ अटॉर्नी के माध्यम से, थर्ड पार्टी को अपनी ओर से निवेशकरने की अनुमति दे सकते हैं. लेकिन एनआरआई (NRI) औरपीओए ( PoA) दोनों के हस्ताक्षर केवाईसी (KYC) डॉक्यूमेंट पर मौजूद होने चाहिए.
चरण 3. केवाईसी (KYC) पूरा करें
कई म्यूचुअल फंड हाउस विदेशी अकाउंट टैक्स कम्प्लायंस एक्ट एफ़एटीसीए (FATCA) के तहत जटिल आवश्यकताओं के कारण यूएसए (USA) या कनाडा से निवेश स्वीकार नहीं करने का विकल्प चुन सकते हैं. कुछ अन्य कंपनियां ऐसे निवेशकों को डॉक्यूमेंट की अतिरिक्त आवश्यकताओं के साथ अनुमति देती हैं.
यूएसए (USA) और कनाडा से निवेशकों की अनुमति देने वाले फंड की लिस्ट:
- आदित्य बिरला सन लाइफ म्यूचुअल फंड
- एल&टी (L&T) म्यूच्यूअल फंड
- एसबीआई (SBI) म्युचुअल फन्ड
- यूटीआई (UTI) म्यूच्यूअल फंड
- आईसीआईसीआई (ICICI) प्रुडेंशियल म्यूच्यूअल फंड
- डीएचएलएल (DHLL) प्रामेरिका म्यूचुअल फंड
- सुन्दरम म्युचुअल फन्ड
- पीपीएफएस (PPFS) म्युचुअल फन्ड
चरण 4. म्यूचुअल फंड रिडीम करना
एएमसी (AMC) मूलधन और लाभ एनआरई/एनआरओ (NRE/NRO) खाते में जमा करेगा या चेक जारी करेगा. कुल मिलाकर, विभिन्न फंड हाउस में फंड रिडेम्पशन की विभिन्न प्रक्रियाएं होती हैं.
एनआरआई (NRI) म्यूचुअल फंड निवेश के लिए टैक्स
एनआरआई (NRI) म्यूचुअल फंड निवेश के लिए टैक्स म्यूचुअल फंड निवेश की होल्डिंग अवधि और एसेट क्लास पर आधारित होते हैं.
फंड का प्रकार | शॉर्ट टर्म होल्डिंग | लॉन्ग टर्म होल्डिंग |
इक्विटी म्यूचुअल फंड | <12 महीने | 12 महीने या उससे अधिक |
बैलेंस्ड म्यूचुअल फंड | <12 महीने | 12 महीने या उससे अधिक |
ऋण म्यूचुअल फंड | <36 महीने | 36 महीने या उससे अधिक |
फंड का प्रकार | शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स | लॉन्ग टर्म पूंजी लाभ टैक्स |
इक्विटी म्यूचुअल फंड | 15% | 10% इंडेक्सेशन के बिना |
बैलेंस्ड म्यूचुअल फंड | 15% | 10% इंडेक्सेशन के बिना |
डेट म्यूचुअल फंड | टैक्स स्लैब के अनुसार | 20% इंडेक्सेशन के बाद |
ध्यान दें: अगर भारत ने किसी देश के साथ दोहरा कर परिहार करार पर हस्ताक्षर किया है, तो उन देशों के निवासियों को भारत और निवास देश को दो बार कर का भुगतान नहीं करना होगा.
भारत में म्यूचुअल फंड में निवेश करने वाले एनआरआई (NRI) के लिए महत्वपूर्ण बातें
- अगर केवल विदेशी बैंक अकाउंट का विवरण दिया जाता है, तो एनआरआई (NRI) का एप्लीकेशन अस्वीकार कर दिया जाएगा
- म्यूचुअल फंड रिडेम्पशन पर कैपिटल गेन पर स्रोत पर टैक्स काटा जाता है
- जब तक आप एनआरआई(NRI) हैं, तब तक आपके लिए मूलधन और लाभ को वापस लेने का अधिकार है.
- चेक करें कि आपका निवास देश टैक्स इवेजन से संबंधित सामान्य रिपोर्टिंग स्टैंडर्ड (सीआरएस)(CRS) का हिस्सा है या नहीं.
अंतिम जानकारी
जब रुपया उसके (एनआरआई-(NRI) के निवास देश की मुद्रा के खिलाफ बढ़त हासिल करता है और इसके विपरीत होता है तो एनआरआई (NRI) निवेशकों को बहुत कुछ मिलता है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि, अगर रुपया बढ़त हासिल करता है, तो रुपये में उसी राशि के निवेश के लिए, निवेशक को निवास के देश की करेंसी के संदर्भ में अधिक रिटर्न मिलेगा. एनआरआई(NRI) के साथ, ओवरसीज सिटीजन्स ऑफ इंडिया (ओसीआई) (OCI) भी भारतीय म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं.
अगर आप म्यूचुअल फंड या इक्विटी या कमोडिटी मार्केट में निवेश करना चाहते हैं, तो डीमैट अकाउंट खोलने की कोशिश करें और आज ही निवेश करने के बारे में जानें!