हम सभी, कारोबारी, जानते हैं कि घबराहट कारोबार बाजार की स्थिति को काफी नुकसान पहुंचा सकता है। हालांकि, कुछ ऐसी निश्चित स्थितियां हैं जहां घबराहट बिक्री होती है। ऐसी ही एक स्थिति को ‘शर्तनामा (capitulation )’ कहा जाता है। वित्त में, शर्तनामा (capitulation ) कारोबारियों द्वारा घबराहट बिक्री के संदर्भित की जाने वाली स्थिति है। यह गति का निर्माण करता है और कंपनी के शेयर की कीमतों में नाटकीय गिरावट का कारण बनता है। विशेषज्ञ इसे एक स्थिति के तौर पर वर्णित करते हैं, जहां निवेशक स्वेच्छा से बाजार से बाहर निकलने के लिए सभी लाभों को छोड़ देते हैं। वे इस स्थिति में अपने सभी या सर्वाधिक होल्डिंग को लिक्वीडेट कर सकते हैं।
आइए एक उदाहरण की मदद से समझने की कोशिश करें कि शर्तनामा (capitulation ) क्या है।मान लीजिए आपके स्वामित्व वाले शेयरों में 10 प्रतिशत की गिरावट आई है। जब ऐसा होता है, तो आप या तो इसका इंतजार कर सकते हैं या अपने नुकसान को प्राप्त करने के लिए अपनी होल्डिंग बेच सकते हैं। यदि अधिकतर निवेशक इसे बेचने और बाजार से बाहर निकलने का फैसला करते हैं, तो यह शेयर की कीमत में एक नाटकीय गिरावट का कारण बन सकता है।
शर्तनामे (capitulation ) का कारण क्या होता है?
शर्तनामा (capitulation ) किसी भी बाजार स्थिति में हो सकता है, लेकिन अक्सर एक सतत गिरावट की अवधि(डाउनट्रेंड) के बाद होता है। इसमें एक मूल्य गिरावट के साथ उच्च मात्रा में कारोबार शामिल है, जो शेयर की कीमतों के बिल्कुल नीचे गिरने का करण बनते हैं।
हालांकि, एक बार बाजार बिल्कुल नीचे गिर जाता है, इसके बाद इसमें एक स्थायी और मजबूत उछाल आता है। इसलिए, जब घबराहट बिक्री जैसी स्थिति होती है, तो बाजार विशेषज्ञ क्या विश्लेषण करते हैं कि क्या बाजार में इसे बिल्कुल नीचे लाने के लिए पर्याप्त डर कारक है। बाजार में डर कारकों की उपस्थिति का संकेत देने वाले कारकों में से कुछ हैं – उच्च कारोबार मात्रा, विकल्प कारोबार का उच्च अनुपात, और चरम अस्थिरता। जब ये सभी कारक बाजार में सक्रिय होते हैं, तो यह शर्तनामे (capitulation ) की शर्त है।
ज्यादातर विशेषज्ञों का मानना है कि शर्तनामा (capitulation ) उत्पन्न होता है, यह निवेशकों के लिए मोल-भाव सौदा खरीदने का अवसर प्रस्तुत करता है। यह अक्सर एक लंबी, ड्राउनट्रेंड स्लाइड के चरमोत्कर्ष पर उत्पन्न होता है। आइए शर्तनामा (capitulation ) के संकेतों पर विस्तार से चर्चा करते हैं।
ट्रेडिंग गतिविधियों में बड़े पैमाने पर परिवर्तन
शर्तनामा (capitulation ) मात्रा को प्रभावित करता है। इसमें आमतौर पर एक या दो दिन की मूल्य गिरानट के साथ कारोबार शामिल होता है, हालांकि स्थिति लंबे समय तक चल सकती है।
म्यूचुअल फंड द्वारा नकद निकासी
यदि निवेशकों की भावना में सामान्य गिरावट आई है, तो म्यूचुअल फंड उस समय अपने ग्राहकों के उपलक्ष्य में बड़ी नकदी मात्रा आरक्षित करने के लिए मजबूर हो जाते हैं, जब वे अपने म्यूचुअल फंड बेचकर बाजार से बाहर निकलने का प्रयास करते हैं।
डेरीवेटिव ट्रेडिंग का उच्च अनुपात
जब कई कारोबारी डेरीवेटिव कारोबार में भाग लेने की, पुट विकल्प खरीदने की कोशिश कर रहे हैं,तो यह इंगित करता है कि कारोबारी बाजार में वृद्धि के खिलाफ दांव लगा रहे हैं या आगे की कीमत में गिरावट के खिलाफ उग्र रूप से बचाव करने की कोशिश कर रहे हैं।
निवेशकों की गहरी नकारात्मक भावना
‘शर्तनामा(capitulation ) क्या है?’ की परिभाषा के अनुसार: कई किताबें इसे एक स्थिति के रूप में संदर्भित करते हैं जो निवेशकों की एक गहरी नकारात्मक भावना से उत्पन्न होती है। यहां पर एक ‘हार मान लेने’ की एक सामान्य भावना है जो किसी बाहरी बल या बाजार की स्थिति के कारण नहीं होती है। इसका मुख्य कारण एक कंपनी के मौलिक दृष्टिकोण में बदलाव के कारण है। निवेशक मीडिया, विश्लेषक रिपोर्ट में खबरों या साथी कारोबारियों की प्रतिक्रिया निराशावादी दृष्टिकोण विकसित कर सकते हैं।
शर्तनामे (capitulation ) की पहचान
शर्तनामा (capitulation ) के साथ समस्या यह है कि इसकी भविष्यवाणी नहीं की जा सकती है और इसलिए विश्लेषक ऐसा होने से पहले बाजार को अग्रसर नहीं कर सकते हैं। फिर भी, कारोबारी अंतर्निहित परिसंपत्ति मूल्य में एक महत्वपूर्ण मोड़ की पहचान करने के लिए कैंडलस्टिक चार्ट जैसी कई तकनीकियों का उपयोग करते हैं। कैंडलस्टिक चार्ट कारोबारियों को कीमत में किसी भी अचानक परिवर्तन की कल्पना करने में मदद करते हैं। इसके अलावा, वे शर्तनामा (capitulation ) की सीमा का अध्ययन करने के लिए अलग-अलग टाइमफ्रेम में मूल्य संचलनों की तुलना करते हैं।
निष्कर्ष: शर्तनामा (capitulation ) मायने क्यों रखता है?
निष्कर्षःशर्तनामे (capitulation ) के उत्पन्न होने से पहले इसे स्पॉट करना आसान नहीं है। हालांकि, क्योंकि शर्तनामा(capitulation ) संकेत देता है कि बाजार ने आधारबिंदु को स्पर्श किया है, इसलिए यह बाजार में बदलाव के बाद आता है। अत्यधिक बिक्री कीमत को नीचे खींच लेगी, जिससे बुल कारोबारियों के कम पर खरीदने के अवसर पैदा करेगा। इससे अंततः बाजार फिर से ऊपर जाएगा।