चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) क्या है और आप इसे कैसे ट्रेड कर सकते हैं?

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by Angel One

चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) बाजार की दिशा में एक बड़ा बदलाव है। यह संभावित रूप से रुझान के उलटफेर का कारण बन सकता है। चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) को समझ जाने पर, ट्रेडर बाजार में समझ-बूझकर निर्णय ले सकते हैं।

ट्रेडर सामान्य तौर पर ऐसे संकेतकों की तलाश करते हैं जो बाजार की गति में संभावित बदलाव का संकेत देते हैं। चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) कई महत्वपूर्ण संकेतों में से एक है। चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) को समझ जाने पर ट्रेडर रुझान में होने वाले बदलाव का जल्दी लाभ उठा सकते हैं और अपने ट्रेडिंग परिणामों को बेहतर बना सकते हैं। इस लेख में, हम चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) की अवधारणा, इसकी पहचान कैसे करें और प्रभावी रूप से इसे ट्रेड करने के लिए सर्वोत्तम रणनीतियों पर चर्चा करेंगे।

ट्रेडिंग में चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) को समझना

ट्रेडिंग में, चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) एक ऐसी घटना है जो बाजार की गति में एक महत्वपूर्ण बदलाव को संदर्भित करती है जो अक्सर रुझान की दिशा के संभावित उलटफेर का संकेत देती है। ट्रेडर अक्सर किसी परिसंपत्ति की कीमत रुझान पर नजर रखते समय चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) की तलाश करते हैं। जब वे इसे पहचान जाते हैं तो वे रुझान के उलटफेर का लाभ उठाने के लिए उचित स्थिति में आ जाते हैं।

यहाँ एक काल्पनिक उदाहरण दिया गया है जो आपको ट्रेडिंग के संदर्भ में चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) की अवधारणा को बेहतर ढंग से समझने में मदद कर सकता है।

मान लीजिए कि एक स्टॉक, XYZ लिमिटेड, हफ्तों से मजबूत उर्ध्वगामी प्रवृत्ति में है, जिससे उच्चतर उच्च और उच्चतर निम्न बन रहे हैं। हालाँकि, स्टॉक किसी निश्चित महत्वपूर्ण प्रतिरोध स्तर को पार नहीं कर सका। तब से, यह निम्नतर उच्च और निम्नतर निम्न बना रहा है। यह चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) का संकेत देता है, जहाँ मूल्य की गति मंदी पक्ष की ओर महत्वपूर्ण रूप से परिवर्तित हो गई है।

दूसरी ओर, मान लें कि XYZ लिमिटेड में लंबे समय से गिरावट की प्रवृत्ति है, लगातार निम्नतर निम्न और निम्नतर उच्च बना रहा है। स्टॉक का मूल्य अचानक हाल के निम्नतर उच्च से ऊपर टूट जाता है। तब से, स्टॉक उच्चतर उच्च और उच्चतर निम्न बना रहा है। यह बढ़त वाले चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) का प्रतिनिधित्व करता है, जहाँ मूल्य की गति की दिशा एक उर्ध्वगामी प्रवृत्ति में बदल गई है।

ऐसे चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) को जल्दी पहचानकर, ट्रेडर अपने पोजीशन को जल्दी से समायोजित कर सकते हैं या तदनुसार नए पोजीशन में प्रवेश कर सकते हैं और उलटफेर का लाभ उठा सकते हैं।

ट्रेडिंग करते समय चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) की पहचान कैसे करें?

ट्रेडिंग करने के लिए चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) की सही पहचान करना महत्वपूर्ण होता है, ताकि संभावित रुझान के उलटफेर का प्रभावी ढंग से लाभ उठाया जा सके। ट्रेडर मूल्य चार्ट पर चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) की पहचान कैसे कर सकते हैं उसके संबंध में यहाँ चरण-दर-चरण विवरण दिया गया है।

  • एकरुझान स्थापित करें

प्रक्रिया का पहला चरण एक विशिष्ट समय सीमा में वर्तमान रुझान को परिभाषित करना है। परिसंपत्ति की मूल्य गति को ट्रैक करके, ट्रेडर आसानी से यह तय कर सकते हैं कि रुझान तेजी की है या मंदी की।

  • महत्वपूर्णसमर्थन और प्रतिरोध क्षेत्रों की पहचान करें

एक बार रुझान तय हो जाने के बाद, अगला चरण प्रमुख समर्थन और प्रतिरोध क्षेत्रों की पहचान करना है। समर्थन स्तर वह बिंदु होता है जहाँ पहुँचने पर किसी परिसंपत्ति के मूल्य में हो रही गिरावट रुक सकती है, जबकि प्रतिरोध स्तर वह बिंदु होता है जहाँ पहुचने पर किसी परिसंपत्ति के मूल्य में वृद्धि होना बंद हो सकता है। अधिकतर, रुझान में उलटफेर इन क्षेत्रों में या उनके आसपास होते हैं। इसलिए, मूल्य चार्ट पर  समर्थन और प्रतिरोध स्तरों की पहचान करने और उन्हें चिह्नित कर देने से ट्रेडर्स को चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) की संभावना को आसानी से पहचानने में मदद मिल सकती है।

  • मूल्यमें उतारचढ़ाव में ब्रेक की तलाश करें

उर्ध्वगामी रुझान वाली परिसंपत्ति उच्चतर उच्च और उच्चतर निम्न बनाएगी। जबकि, मंदी की रुझान वाली परिसंपत्ति निम्नतर निम्न और निम्नतर उच्च बनाएगी। कहा गया है कि, मूल्य के उतार-चढ़ाव में ब्रेक अक्सर चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) और अंततः रुझान में उलटफेर की ओर ले जाता है।

उदाहरण के लिए, यदि कोई परिसंपत्ति जो उच्चतर उच्च और उच्चतर निम्न बनाती है, मूल्य की गति को ब्रेक कर देती है और निम्नतर उच्च और निम्नतर निम्न बनाना शुरू कर देती है, तो यह कहा जाता है कि वह चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) से गुजर चुकी है।

  • वॉल्यूमका विश्लेषण करें

चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) के पूरी तरह से सामने आने के लिए, इसकी मात्रा में वृद्धि होनी चाहिए। यदि मूल्य की गति में ब्रेक के बाद परिसंपत्ति का ट्रेडिंग वॉल्यूम बढ़ता है, तो यह अक्सर नई दिशा में मजबूत गति का संकेत देता है।

  • कैंडलस्टिकपैटर्न पर नजर रखें

जब संभावित चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) की पहचान हो जाती है, तो किसी पोजीशन में प्रवेश करने से पहले इसे वैलिडेट करना महत्वपूर्ण होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि बाजार की गति में संभावित बदलाव कभी-कभी विभिन्न बाहरी कारणों से सामने नहीं आ पाते हैं। चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) की पुष्टि किए बिना ट्रेडिंग में प्रवेश करने से नुकसान हो सकता है।

इसलिए, ट्रेडर्स को प्रमुख समर्थन और प्रतिरोध स्तरों के पास रिवर्सल कैंडलस्टिक पैटर्न जैसे एन्गल्फिंग कैंडल्स, पिन बार या डोजी पर नजर रखते हुए बाजार की दिशा में बदलाव की पुष्टि करनी चाहिए। ऐसा करके, वे प्रतिकूल ट्रेडिंग परिणामों की संभावना को अत्यधिक कम कर सकते हैं।

चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) को कैसे ट्रेड करें?

जब चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) की पहचान और पुष्टि हो जाती है, तो ट्रेडर्स को अधिकतम लाभ और न्यूनतम जोखिम के लिए एक अच्छी रणनीति लागू करनी चाहिए। यहाँ ऐसी ही एक रणनीति का विवरण दिया गया है जिसका उपयोग चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) का ट्रेड करने के लिए किया जा सकता है।

  • चेंजऑफ कैरेक्टर (CHoCH) की पुष्टि करें

चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) का प्रभावी ढंग से ट्रेडिंग करने का पहला चरण यह है कि पोजीशन में प्रवेश करने के पहले बाजार की दिशा में पूरी तरह से बदलाव होने का इंतजार करें। यद्यपि इससे थोड़ा कम रिटर्न मिल सकता है, लेकिन यह फर्जी ब्रेकआउट से बचने में मदद करता है।

  • तुरंतया मूल्य रीटेस्ट पर प्रवेश करें

आक्रामक व्यापारी अक्सर चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) की पुष्टि होते ही पोजीशन में प्रवेश कर जाते हैं। यद्यपि लाभ को अधिकतम बनाने में यह मदद कर सकता है, किन्तु इसमें अत्यधिक जोखिम होता है क्योंकि बाजार के पलटने में असफल होने की संभावना हमेशा बनी रहती है।

बेहतर यह होगा कि पोजीशन शुरू करने से पहले मूल्य रीटेस्ट होने का इंतजार किया जाए। मूल्य रीटेस्ट एक ऐसी घटना है जो तब होती है जब कोई परिसंपत्ति जो समर्थन या प्रतिरोध स्तर को तोड़ चुकी है, अपनी दिशा फिर से शुरू करने के पहले थोड़ी देर के लिए उस स्तर पर वापस आ जाती है।

उदाहरण के लिए, यदि कोई परिसंपत्ति अपने प्रतिरोध स्तर को तोड़ देती है, तो आगे बढ़ने के पहले मूल्य टूटे हुए स्तर पर थोड़ी देर के लिए वापस आ जाएगा। ट्रेडर परिणामी उर्ध्वगामी प्रवृत्ति का लाभ उठाने के लिए इस टूटे हुए प्रतिरोध स्तर पर या उसके आसपास प्रवेश कर सकते हैं।

  • अतिरिक्तसंकेतकों का उपयोग करें

चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) की ट्रेडिंग करते समय, अधिकतम लाभ प्राप्त करने में मदद के लिए तकनीकी संकेतकों का उपयोग किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस डायवर्जेंस (MACD) का उपयोग प्रवेश बिंदु की पहचान करने के लिए किया जा सकता है, जबकि फिबोनाची रिट्रेसमेंट स्तरों का उपयोग लाभ लक्ष्यों की पहचान करने के लिए किया जा सकता है।

  • जोखिमका प्रबंधन करें

चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) की ट्रेडिंग करते समय, जोखिम को कम करने पर ध्यान केंद्रित करना महत्वपूर्ण होता है। स्टॉप-लॉस ऑर्डर और पोजीशन साइजिंग जैसी जोखिम प्रबंधन रणनीतियों का उपयोग करने से जोखिम को कम करने और रिटर्न को बढ़ाने में मदद मिल सकती है। इसके अतिरिक्त, यदि बाजार की स्थिति अस्थिर लगती है, तो व्यापारियों को अधिक उधार लेने से बचना चाहिए और 1:2 के सुरक्षित जोखिम-इनाम अनुपात को अपनाना चाहिए।

निष्कर्ष

चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) ट्रेडिंग में एक शक्तिशाली अवधारणा है जो संभावित रुझान के उलटफेर की पहचान करने में मदद कर सकती है। बाजार की गति में महत्वपूर्ण बदलावों को जल्दी पहचानकर, ट्रेडर सही समय पर प्रवेश और निकास करके व्यापारिक परिणामों में सुधार ला सकते हैं।

हालाँकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण होता है कि केवल चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) पर आधारित ट्रेड करना उचित नहीं है। बाजार कभी-कभी झूठे संकेत दे सकते हैं, जिससे भारी नुकसान हो सकता है। इसलिए, ट्रेडर्स को अपने ट्रेडिंग की प्रभावशीलता बढ़ाने के लिए चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) को अन्य तकनीकी संकेतकों और रिवर्सल कैंडलस्टिक पैटर्न के साथ जोड़ कर देखना चाहिए।

FAQs

ट्रेडिंग में चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) क्या इंगित करता है?

चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) एक ऐसी घटना है जो रुझान में एक बड़े बदलाव या संभावित उलटफेर का संकेत देती है। उदाहरण के लिए, जब एक तेजी वाला बाजार अचानक अपनी दिशा बदलकर मंदी में बदल जाए तो चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) होता है।

क्या किसी भी समय सीमा में चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) हो सकता है?

हाँ। चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) सभी समय सीमाओं, छोटी और लंबी दोनों पर होता है। कहा गया है कि, समय सीमा उच्च होने पर चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) अक्सर मजबूत पलटाव संकेतों की ओर इशारा करता है।

ट्रेडिंग करते समय मैं चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) की पुष्टि कैसे करूँ?

मूविंग एवरेज, रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) और मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस डायवर्जेंस (MACD) जैसे कुछ तकनीकी संकेतक वित्तीय बाजार में चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) की पुष्टि करने में आपकी मदद कर सकते हैं।

क्या संभावित चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) झूठा संकेत हो सकता है?

हाँ। वित्तीय बाजार में संभावित चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) कभी-कभी वास्तविक रूप नहीं ले पाता है। इसलिए, ट्रेडिंग शुरू करने से पहले अतिरिक्त पुष्टि करना और झूठे संकेतों को छांटने के लिए तकनीकी संकेतकों का उपयोग करना महत्वपूर्ण होता है।

चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) और ब्रेक ऑफ स्ट्रक्चर (BOS) में क्या अंतर है?

ब्रेक ऑफ स्ट्रक्चर (BOS) एक ऐसी घटना है जो रुझान की निरंतरता की पुष्टि करती है। जबकि चेंज ऑफ कैरेक्टर (CHoCH) एक ऐसी घटना है जो रुझान में संभावित उलटफेर का संकेत देती है।