क्या आपको किसी मैजिक हल की इच्छा है जो कि आपके इन्वेस्टमेंट को आसान बना सके? खैर, आपकी इच्छा पूरी हुई। एक इन्वेस्टर के रूप में आपकी परेशानियों को दूर करने के लिए ये एक मैजिक हल है।
हम एक ऐसे मैजिक फ़ॉर्मूला के बारे में बात करने जा रहें है जिसे आपको हमेशा के लिए सफल बनाने के लिए किया गया। यह सबसे ज़्यादा माने जानी वाली थ्योरी है, जिसे हेड्ज फंड मैनेजरों और निवेशकों द्वारा अपनायी जाती है।
जोएल ग्रीनब्लाट का इन्वेस्टिंग फ़ॉर्मूला, जिसे कि सफल इन्वेस्टरों जैसे वारेन बुफे और बेंजामिन ग्रैहम के द्वारा अपनाई जाने वाली रणनीतियों को जोड़कर, निवेश के इस खेल में आपकी जीत को पूरी तरह से बैलेंस बनाने के लिए किया है। बिना किसी देरी के, आइये गहराई से इस विचार को जानते हैं कि इसे मैजिक फ़ॉर्मूला इन्वेस्टिंग क्यों कहते हैं और इसे आप अपनी स्टॉक-चुनने की तकनीक में और उसे बढाने के लिए कैसे अप्लाई कर सकते हैं।
आइये इस विचार के पीछे के व्यक्ति को जानते हैं
इनके साथ काम करने वाले लोग इन्हें जीनियस कहकर बुलाते हैं। जोएल ग्रीनब्लाट एक सफल हेड्ज मैनेजर और कोलंबिया यूनिवर्सिटी में प्रोफ़ेसर हैं। उनकी कम्पनी गोथम फंड्स, जिसे ग्रीनब्लाट और उनके पार्टनर रॉबर्ट गोल्डस्टीन मिलकर चलाते हैं, ने दास सालों में औसतन 50 प्रतिशत का रिटर्न किया है। उन्होंने मैजिक फ़ॉर्मूला इन्वेस्टिंग के बारे में ज़िक्र अपनी दूसरी किताब ‘द लिटल बुक देट बीट्स द मार्केट’ में किया है। इनका फ़ॉर्मूला वारेन बुफे की वेल्यु इन्वेस्टिंग और बेंजामिन ग्रैहम की डीप वैल्यू को जोड़ने पर एक विनिंग फ़ॉर्मूला बनता है, जिस पर कि ये दावा करते हैं कि उन्हें इससे 1988-2009 के बीच 24 प्रतिशत का फायदा मिला। ग्रीनब्लाट का फ़ॉर्मूला मार्किट को गश्त देने के लिए बनाया गया ।
मैजिक फ़ॉर्मूला इन्वेस्टिंग क्या है?
मैजिक फ़ॉर्मूला इन्वेस्टिंग एक रुल-बेस्ड इन्वेस्टिंग मैजिक स्ट्रेटेजी है, जो आसन तरीके से वैल्यू इन्वेस्टिंग थ्योरी को समझने में इन्वेस्टर की मदद करता है। उन्होंने स्टॉक की मेथडोलोजी को आसान बनाया इन लिस्टिंग स्टॉक को चुनना इनके मूल्य और कैपिटल रिटर्न पर आधारित है। रैंकिंग प्रोसेस को आसान बनाने के लिए; उन्होंने अपनी थ्योरी को दो अनुपातों- पहला कैपिटल ऑन रिटर्न (ROC) और दूसरा अर्निंग यील्ड या EBIT पर आधारित, में विश्लेषित किया।
मैजिक फ़ॉर्मूला इन्वेस्टिंग का प्रयोग करने के लिए, व्यक्ति को इसकी विभिन्नताओं और वर्णन को समझना होगा।
रिटर्न ऑन कैपिटल
यह कम्पनी की टैक्स से पहली और ब्याज पेमेंट (EBIT) की जैसे नियोजित पूंजी के अनुपात/तेंजिबल कैपिटल एम्प्लोयड (नियत काम/नेट वर्किंग +नियत तय/नेट फिक्स्ड) में कमाई है इसकी गणना/गिनती एक आसान फ़ॉर्मूला द्वारा की जाती है।
ROC= EBIT/( शुद्ध अचल संपत्ति/नेट फिक्स असेट + नेट वर्किंग कैपिटल/ शुद्ध कार्यशील पूंजी)
ROC एक सामान्य अनुपात है जिससे कम्पनी की फायनेंशियल स्ट्रेंथ अन्य कम्पनियों के बीच पता चलता है। यह टैक्स और ब्याज पेमेंट से होने वाले डिस्टोर्शन/विकृति को रोकता है, अत:, यह पक्षपात से बचाने का रिज़ल्ट है। ROC वैल्यू कम्पनी की एबिलिटी/क्षमता को निवेश से प्रॉफिट/लाभ में बदल देता है।
ग्रीनबाल्ट ने बताया है कि उन्होंने स्टॉक कम्पेयर आसान बनाने के लिए ROC का उपयोग किया है।
अर्निंग शील्ड
कम्पनी की अर्निंग शील्ड, अर्निंग प्रति शेयर पर करंट स्टॉक प्राइज़ के या EBIT/एंटरप्राइज़ को मापती है और, इसके बदले,इन्वेस्टर के अर्निंग प्रति शेयर पर दर्शाती है। उदहारण के तौर पर, यदि किसी कम्पनी की अर्निंग शील्ड 8 प्रतिशत है, तो इसका मतलब इन्वेस्टर 100 रुपये के शेयर वर्थ पर 8 रुपये प्राप्त करेगा।
इन्वेस्टर अर्निंग यील्ड रेशियो का, स्टॉक से कम्पेयर करने और अलग-अलग निवेश के उपकरण से अपनी पसंद तैयार करने के लिए, अप्लाई कर सकता है। इससे पता चलता है कि, जब आप कम्पनी के अर्निंग यील्ड बाक़ी कम्पनी के अर्निंग यील्ड से कम्पेयर करते हैं, तो कम्पनी के शेयर की वैल्यू अंडरवैल्यू या ओवरवैल्यू क्या है।
दोनों अनुपातों को जोड़ने पर, इन्वेस्टर कम्पनी स्टॉक की सूची उनकी परफोर्मेंस के अनुसार तैयार कर सकते हैं।
इन्वेस्टिंग के मैजिक फ़ॉर्मूला का प्रयोग
फंडामेंटल एनालाइसिस करने के बजाय, एक इन्वेस्टर मैजिक फ़ॉर्मूला का प्रयोग कर स्टॉक लिस्ट बना सकता है। यह इन्वेस्टिंग वैल्यू का एक सरल रूप है। ग्रीनब्लाट का फ़ॉर्मूला इन्वेस्टर की अच्छी कम्पनियों के कम दामों पर शेयर खरीदने में सीधा-सीधा नॉन-इमोशनल अप्रोच में मदद करता है। इन्वेस्टर एक वर्ष पहले से लोस –मेकिंग शेयर को बेच देता है और टैक्स का लाभ प्राप्त करने के लिए हानि को दिखा देता है। इसके विपरीत, वे लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन टैक्स के इम्पैक्ट को ऑफसेट से विन्निंग वाले शेयरों को बनाए रखते हैं। जोएल ग्रीनब्लाट के मैजिक फ़ॉर्मूला के उपयोग से, वे कम्पनी को वे लोस-मेकिंग और विनिंग वाले शेयरों की पहचान करने के लिए कंपनियों की स्क्रीनिंग कर सकते हैं।
कई इन्वेस्टर कैपिटल और अर्निंग यील्ड के आधार पर शेयरों की अलग-अलग सूची बनाते हैं और फिर इसके बाद तीसरी सूची में पहले दो सूचियों से प्राप्त कम्पैरिटिव वैल्यू के आधार पर कंपनियों को जोड़ते हैं।
निवेश रणनीति/इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेजी में मैजिक फ़ॉर्मूले को लागू करने के लिए निम्नलिखित चरण हैं:
- पहला चरण यह तय करना है कि कितनी राशि का निवेश करना है और इस स्टॉक को अपने पोर्टफोलियो पर स्प्रेड करें। ग्रीनब्लाट सलाह देते हैं कि एक पोर्टफोलियो में 20 से 30 स्टॉक तैयार किये जाएँ।
- अपने पोर्टफोलियो के लिए लार्ज-कैप कंपनीज़ को चुनें।
- प्रत्येक कम्पनी के अर्निंग यील्ड की गणना करें।
- रिटर्न ऑन कैपिटल (ROC) को इवैल्युएट करें।
- सबसे अधिक अर्निंग यील्ड और ROC के आधार पर कम्पनियों की रैंकिंग करें।
- प्रत्येक वर्ष पोर्टफोलियों बनाने के लिए 20-30 कंपनियों के सबसे ऊपर के 2 से 3 स्थानों के शेयर को खरीदें।
- पोर्टफोलियो की परफोर्मेंस पर लगातार ध्यान रखें और इसे खरीदने के बाद लगातार हर 51 हफ़्तों और विनर 53 हफ़्तों में सेलिंग ऑफ़ लोस-मेकिंग को रीबैलेंस करें।
- इसी प्रोसेस को पाँच से दस साल तक बार-बार दोहरायें जिससे कि मार्केट-बीटिंग रिटर्न जेनेरेट हो सके।
जब ग्रीनब्लाट ने इस फ़ॉर्मूला की सलाह दी तब 80 के आस-पास अलग-अलग फंड मैनेजमेंट कम्पनियों ने इसे अपनाया और उन्होंने एक विशेष रिटर्न प्राप्त की। ग्रीनब्लाट ये दावा करते हैं कि वे इस फ़ॉर्मूला का प्रयोग कर 30 प्रतिशत का रिटर्न प्राप्त करने में सक्षम हुए हैं।
सामान्य अपवाद/एक्सकल्युजन
मैजिक फ़ॉर्मूला इन्वेस्टिंग, हालांकि, सभी मार्केट कंडीशन में काम नहीं करता। इसके तहत निम्नलिखित नहीं आते:
- इस फ़ॉर्मूला के प्रयोग का सामान्य अपवाद यह है कि यह आपकी उम्मीदों के पुल बाँध देता है। हालंकि ये मैजिक फ़ॉर्मूला है, लेकिन ये केवल लार्ज-कैप कम्पनियों के मूल्यांकन/इवैल्युएट के लिए काम करता है।
- फायनेंशियल और बैंकिंग सेक्टर की कम्पनीयाँ इस मैजिक इन्वेस्टिंग फ़ॉर्मूला में काम नहीं करती
- ग्रीनब्लाट के इस मैजिक इन्वेस्टिंग फ़ॉर्मूला में विदेशी कम्पनियां भी नहीं आती।
आखिर में
जब वर्णन किया जाता है, तो यह पता चलता है कि मैजिक इन्वेस्टिंग फ़ॉर्मूला क्या है, ग्रीनब्लाट ने इसे “एक long-term investment/लम्बी-अवधि के निवेश के रूप में समझाया है, इस रणनीति को इन्वेस्टरों की ना सिर्फ औसत से अधिक कम्पनियों के समूह को बल्कि औसत से कम कम्पनियों के मूल्य को दर्शाने के लिए बनाया है।” लेकिन क्या मैजिक इन्वेस्टिंग फ़ॉर्मूला काम करता है? मैजिक इन्वेस्टिंग फ़ॉर्मूला सफलतापूर्वक बैक-टेस्टेड स्ट्रेटेजी को एक समय अवधि के दौरान आपकी परफोर्मेंस को बेहतर करने में करता है। ऐसा हो सकता है कि मैजिक इन्वेस्टिंग फ़ॉर्मूला का थोड़ा महत्त्व कम हो गया हो, लेकिन कोई भी इन्वेस्टमेंट फ़ॉर्मूला पूरी तरह से कारगर नहीं और हमेशा नियंत्रण/कंट्रोल में नहीं रहता।
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