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भारतीय रिज़र्व बैंक ने रेपो रेट में 0.50% की कटौती की: होम लोन EMI पर प्रभाव

Written by: Team Angel OneUpdated on: Jun 7, 2025, 10:58 AM IST
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने रेपो रेट में 50 बेसिस पॉइंट्स की कटौती की, जिससे यह 5.5% हो गया। इस निर्णय से होम लोन की ब्याज दरें घटेंगी, जिससे EMI में कमी आएगी और उधारकर्ताओं को राहत मिलेगी।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने रेपो रेट में 0.50% की कटौती की: होम लोन EMI पर प्रभाव
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रेपो रेट वह दर है जिस पर भारतीय रिज़र्व बैंक वाणिज्यिक बैंकों को उधार देता है। जब भारतीय रिज़र्व बैंक इस दर को घटाता है, तो बैंक भी अपने ग्राहकों को कम ब्याज दरों पर ऋण प्रदान करते हैं। इससे होम लोन, पर्सनल लोन और अन्य ऋणों की ब्याज दरें कम होती हैं।

होम लोन EMI में कितनी कमी आएगी?

रेपो रेट में 0.50% की कटौती से होम लोन की ब्याज दरों में समान कमी आने की संभावना है। उदाहरण के लिए:

₹50 लाख के होम लोन पर (20 वर्षों के लिए)

  • ब्याज दर 9.5% से घटकर 8.5% होने पर, मासिक ईएमआई में लगभग ₹3,215 की कमी आएगी, जिससे कुल ब्याज में ₹7.71 लाख की बचत होगी।
  • यदि ईएमआई को समान रखते हुए लोन की अवधि घटाई जाए, तो कुल ब्याज में और अधिक बचत संभव है।

₹1 करोड़ के होम लोन पर (20 वर्षों के लिए)

  • मासिक ईएमआई में लगभग ₹6,431 की कमी आएगी, जिससे कुल ब्याज में ₹15.43 लाख की बचत होगी।

उधारकर्ताओं के लिए विकल्प

 

उधारकर्ता दो विकल्पों में से एक चुन सकते हैं

  1. ईएमआई में कमी: मासिक भुगतान कम हो जाएगा, जिससे मासिक बजट पर दबाव कम होगा।
  2. लोन अवधि में कमी: ईएमआई समान रखते हुए लोन की अवधि घटाई जा सकती है, जिससे कुल ब्याज भुगतान में बचत होगी।

रियल एस्टेट सेक्टर पर प्रभाव

रेपो रेट में कटौती से रियल एस्टेट सेक्टर को भी लाभ होगा। कम ब्याज दरों के कारण होम लोन सस्ते होंगे, जिससे आवासीय संपत्तियों की मांग बढ़ेगी, विशेषकर किफायती और मध्यम आय वर्ग के लिए।

और पढ़ें: बैंक लॉकर से गहने गायब होने पर क्या बैंक जिम्मेदार है? जानिए नियम और आपके अधिका!

निष्कर्ष

भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा रेपो रेट में 0.50% की कटौती से होम लोन उधारकर्ताओं को महत्वपूर्ण राहत मिलेगी। ईएमआई में कमी से मासिक बजट पर दबाव कम होगा, और लोन अवधि घटाने से कुल ब्याज भुगतान में बचत होगी। यह निर्णय रियल एस्टेट सेक्टर को भी प्रोत्साहित करेगा, जिससे आवासीय संपत्तियों की मांग बढ़ेगी।

अस्वीकरण: यह ब्लॉग केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए लिखा गया है। उल्लिखित प्रतिभूतियां केवल उदाहरण हैं और सिफारिशें नहीं हैं। यह व्यक्तिगत सिफारिश/निवेश सलाह नहीं है। इसका उद्देश्य किसी भी व्यक्ति या संस्था को निवेश निर्णय लेने के लिए प्रभावित करना नहीं है। प्राप्तकर्ताओं को निवेश निर्णय लेने के बारे में एक स्वतंत्र राय बनाने के लिए अपना शोध और आकलन करना चाहिए। 

प्रतिभूति बाजार में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं, निवेश करने से पहले सभी संबंधित दस्तावेजों को ध्यान से पढ़ें।

Published on: Jun 7, 2025, 10:58 AM IST

Team Angel One

Team Angel One is a group of experienced financial writers that deliver insightful articles on the stock market, IPO, economy, personal finance, commodities and related categories.

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