आयकर रिटर्न(ITR) दाखिल करना केवल पहला चरण है, जब तक आप उसे वेरीफाई नहीं करते, वह प्रक्रिया अधूरी मानी जाती है। केंद्र सरकार ने ई-सत्यापन(e-verification) की सुविधा को डिजिटल इंडिया के तहत और सरल बना दिया है।
आप नीचे दिए गए तरीकों से अपना आयकर सत्यापित कर सकते हैं:
यदि आप समय पर सत्यापन नहीं करते हैं, तो आपकी फाइलिंग को अमान्य माना जाएगा और आयकर अधिनियम, 1961 के तहत सभी दंड लागू हो सकते हैं। हालांकि, आप देरी के लिए याचिका दायर कर सकते हैं। यह रिटर्न तभी मान्य मानी जाएगी जब संबंधित कर प्राधिकरण द्वारा अनुरोध स्वीकृत किया जाए।
आगे पढ़े: आईटीआर प्रोसेसिंग के बाद रिफंड मिलने में कितना समय लगता है?
आयकर फाइल करने के साथ-साथ समय पर उसका ई-सत्यापन उतना ही महत्वपूर्ण है। यह न केवल प्रक्रिया को वैध बनाता है, बल्कि रिफंड में विलंब की संभावना को भी कम करता है।यदि आपने अब तक वेरीफाई नहीं किया है, तो तुरंत करें और डेडलाइन से पहले अपनी ज़िम्मेदारी पूरी करें।
अस्वीकरण: यह ब्लॉग केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए लिखा गया है। उल्लिखित प्रतिभूतियां केवल उदाहरण हैं और सिफारिशें नहीं हैं। यह व्यक्तिगत सिफारिश/निवेश सलाह नहीं है। इसका उद्देश्य किसी भी व्यक्ति या संस्था को निवेश निर्णय लेने के लिए प्रभावित करना नहीं है। प्राप्तकर्ताओं को निवेश निर्णय लेने के बारे में एक स्वतंत्र राय बनाने के लिए अपना शोध और आकलन करना चाहिए।
प्रतिभूति बाजार में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं, निवेश करने से पहले सभी संबंधित दस्तावेजों को ध्यान से पढ़ें।
प्रकाशित: 24 Jun 2025, 8:15 pm IST
Team Angel One
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