भारतीय रेलवे ने तत्काल टिकट बुकिंग प्रणाली में बदलाव करते हुए ई-केवाईसी यानी आधार प्रमाणीकरण को अनिवार्य कर दिया है। आईआरसीटीसी के अनुसार, अब कोई भी यात्री तत्काल टिकट तभी बुक कर पाएगा, जब उसका आईआरसीटीसी खाता आधार से लिंक होगा और ओटीपी के ज़रिए पहचान सत्यापित की जाएगी।
रेलवे के अनुसार, फर्जी आईडी और स्क्रिप्ट-बॉट्स के ज़रिए बड़े पैमाने पर टिकट ब्लॉक किए जा रहे थे, जिससे आम यात्रियों को टिकट नहीं मिल पाता था। इस समस्या को हल करने के लिए आईआरसीटीसी ने २.५ करोड़ फर्जी यूज़र आईडी निष्क्रिय कीं और अब आधार आधारित ई-केवाईसी को अनिवार्य कर दिया है।
आईआरसीटीसी के नए नियम के अनुसार, तत्काल बुकिंग खुलने के पहले १० मिनट में केवल वही यात्री टिकट बुक कर पाएंगे, जिनका आईआरसीटीसी खाता आधार से सत्यापित होगा। अधिकृत एजेंट और फर्जी आईडी धारकों को इस समय स्लॉट में अनुमति नहीं मिलेगी।
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इस बदलाव से बॉट्स और दलालों पर नियंत्रण लगेगा और वास्तविक यात्रियों को टिकट मिलना आसान होगा। अगर आपने अभी तक अपने आईआरसीटीसी खाते को आधार से लिंक नहीं किया है, तो जल्द से जल्द यह प्रक्रिया पूरी करें ताकि बुकिंग में कोई रुकावट न आए।
अस्वीकरण: यह ब्लॉग केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए लिखा गया है। उल्लिखित प्रतिभूतियां केवल उदाहरण हैं और सिफारिशें नहीं हैं। यह व्यक्तिगत सिफारिश/निवेश सलाह नहीं है। इसका उद्देश्य किसी भी व्यक्ति या संस्था को निवेश निर्णय लेने के लिए प्रभावित करना नहीं है। प्राप्तकर्ताओं को निवेश निर्णय लेने के बारे में एक स्वतंत्र राय बनाने के लिए अपना शोध और आकलन करना चाहिए।
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Published on: Jun 5, 2025, 3:51 PM IST
Team Angel One
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