भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने केवाईसी (KYC) प्रक्रिया को और सरल और सुविधाजनक बनाने के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसका उद्देश्य ग्राहकों को बार-बार शाखा जाने की आवश्यकता को कम करना और डिजिटल प्रक्रिया को बढ़ावा देना है। ये बदलाव खासकर उन ग्राहकों के लिए फायदेमंद होंगे, जिन्हें केवाईसी अपडेट में कठिनाई होती है।
आगे पढ़े: वेदांता बोर्ड 18 जून को वित्त वर्ष 2025-26 के पहले अंतरिम लाभांश पर करेगा विचार
भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा किए गए ये बदलाव के.वाई.सी. प्रक्रिया को अधिक आसान, सुलभ और ग्राहकों के लिए लाभकारी बनाने की दिशा में बड़ा कदम हैं। इससे बैंकिंग सेवाओं का डिजिटल विस्तार होगा और ग्राहकों को बार-बार शाखा नहीं जाना पड़ेगा।
अस्वीकरण: यह ब्लॉग केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए लिखा गया है। उल्लिखित प्रतिभूतियां केवल उदाहरण हैं और सिफारिशें नहीं हैं। यह व्यक्तिगत सिफारिश/निवेश सलाह नहीं है। इसका उद्देश्य किसी भी व्यक्ति या संस्था को निवेश निर्णय लेने के लिए प्रभावित करना नहीं है। प्राप्तकर्ताओं को निवेश निर्णय लेने के बारे में एक स्वतंत्र राय बनाने के लिए अपना शोध और आकलन करना चाहिए।
प्रतिभूति बाजार में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं, निवेश करने से पहले सभी संबंधित दस्तावेजों को ध्यान से पढ़ें।
प्रकाशित: 16 Jun 2025, 8:56 pm IST
Team Angel One
हम अब WhatsApp! पर लाइव हैं! बाज़ार की जानकारी और अपडेट्स के लिए हमारे चैनल से जुड़ें।