
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने पीआईबी PIB) के अनुसार पुष्टि की है कि 31 अक्टूबर 2025 तक डीपीआईआईटी (DPIIT) द्वारा 1,97,692 संस्थाओं को स्टार्टअप के रूप में मान्यता दी गई है|
मान्यता 19 फरवरी 2019 की GSR 127(ई) में निर्धारित मानदंडों के आधार पर दी जाती है, जो भारत में स्टार्टअप की परिभाषा और सत्यापन के नियम तय करती है|
कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय द्वारा 11 नवंबर 2025 को साझा किए गए डेटा से पता चलता है कि 6,385 मान्यता प्राप्त स्टार्टअप्स को बंद के रूप में चिह्नित किया गया है. इनमें भंग या रजिस्टर से हटाई गई संस्थाएँ शामिल हैं|
सरकार ने कहा है कि बंद होने के मामलों में कोई उल्लेखनीय वृद्धि नहीं है. जब स्टार्टअप्स बंद होते हैं, तो कारण सामान्यतः व्यवसाय मॉडल संबंधी चुनौतियों, कमजोर बाज़ार मांग, फंडिंग संबंधी बाधाओं, आर्थिक परिस्थितियों या उनके बनाए जा रहे उत्पादों और सेवाओं की प्रकृति से जुड़े होते हैं|
स्टार्टअप इंडिया पहल के तहत 3 योजनाएँ संचालित होती हैं:
बंद स्टार्टअप्स का राज्य और केंद्र शासित प्रदेशवार ब्यौरा परिशिष्ट-I में दिया गया है. सभी योजना-संबंधी आँकड़े वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री द्वारा लोक सभा में लिखित उत्तर के माध्यम से साझा किए गए|
ताज़ा अपडेट में मान्यता की कुल संख्या, बंद होने के आँकड़े और सरकारी योजनाओं में धन के प्रवाह का विवरण दिया गया है, जिससे अक्टूबर 2025 तक स्टार्टअप इंडिया पहल के तहत स्टार्टअप गतिविधि की तथ्यात्मक समझ मिलती है|
अस्वीकरण: यह ब्लॉग केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए लिखा गया है. उल्लिखित प्रतिभूतियाँ केवल उदाहरण हैं, सिफारिशें नहीं. यह व्यक्तिगत अनुशंसा/निवेश सलाह नहीं है. इसका उद्देश्य किसी व्यक्ति या संस्था को निवेश निर्णय लेने के लिए प्रभावित करना नहीं है. प्राप्तकर्ताओं को निवेश निर्णयों के बारे में स्वतंत्र राय बनाने हेतु अपना स्वयं का शोध और मूल्यांकन करना चाहिए.
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प्रकाशित: 3 Dec 2025, 11:21 pm IST

Team Angel One
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