
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने डेटा-ड्रिवन नॉन-फाइलर मॉनिटरिंग सिस्टम (NMS) पेश किया है, जिसका उद्देश्य पहचानने के लिए है उन व्यक्तियों और संस्थाओं को जो उच्च-मूल्य वित्तीय लेनदेन करते हैं लेकिन जिन्होंने इनकम टैक्स रिटर्न्स (ITR) दाखिल नहीं किए हैं।
यह कदम सुनिश्चित करता है कि वित्तीय गतिविधियाँ आय प्रकटीकरण के अनुरूप रहें और डिजिटल टूल्स व एनालिटिक्स का उपयोग करके कर अनुपालन को बेहतर बनाता है।
सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज़ (CBDT) ने ITR (आईटीआर) दाखिल किए बिना बड़े लेनदेन करने वाले व्यक्तियों का पता लगाने के लिए NMS (एनएमएस) लागू किया है।
फिनान्शियल इंस्टिट्यूशंस, बैंक SFT (एसएफटी) फाइलिंग्स, TDS (टीडीएस) और TDS रिपोर्ट्स से डेटा के एकीकरण के माध्यम से, NMS संभावित गैर-अनुपालन को चिन्हित करता है। मिनिस्ट्री ने पार्लियामेंट को सूचित किया कि यह प्रयास दखलकारी तरीकों का सहारा लिए बिना कर आधार को व्यापक करने पर केन्द्रित है।
नॉन-इंट्रूसिव यूसेज ऑफ डेटा टू गाइड टैक्सपेयर्स (NUDGE) फ्रेमवर्क का उपयोग करते हुए, सिस्टम नॉन-फाइलर्स से ईमेल, NMS, और पोर्टल नोटिफिकेशन्स के माध्यम से संवाद करता है। यह अप्रोच व्यक्तियों को अपने रिपोर्ट किए गए लेनदेन सत्यापित करने और स्वेच्छा से अद्यतन रिटर्न सबमिट करने के लिए प्रेरित करती है।
उद्देश्य त्वरित दंडात्मक कार्रवाई करने के बजाय अनुपालन को प्रोत्साहित करना है, जिससे करदाताओं के लिए प्रक्रिया कम टकरावपूर्ण हो जाती है।
एनुअल इन्फॉर्मेशन स्टेटमेंट (AIS) तीसरे पक्ष के वित्तीय डेटा को समेकित करके और उसे करदाताओं के लिए दृश्य बनाकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
यह व्यक्तियों को रिपोर्ट किए गए डेटा का सत्यापन करने और फाइल या आवश्यकता अनुसार रिटर्न में संशोधन करने की अनुमति देता है। विसंगतियों को AIS पोर्टल के माध्यम से चिन्हित और स्पष्ट किया जा सकता है, जिससे सटीक रिपोर्टिंग को समर्थन मिलता है।
इस सिस्टम के तहत प्रवर्तन कार्रवाइयों का चयन एक ऑटोमेटेड जोखिम-आधारित प्रक्रिया के माध्यम से किया जाता है। एल्गोरिद्मिक असेसमेंट के जरिए पहचाने गए उच्च-मूल्य मामलों की आगे और जांच की जाती है।
अभियानों ने विदेशी परिसंपत्तियों, डिजिटल एसेट लेनदेन, और गैर-वास्तविक कटौतियों जैसे क्षेत्रों को भी निशाना बनाया है, करदाता कवरेज बढ़ाने के लिए एनालिटिक्स का उपयोग करते हुए।
नॉन-फाइलर मॉनिटरिंग सिस्टम की तैनाती और AIS के उपयोग से वित्तीय डेटा को समेकित करने तथा ITR फाइलिंग को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतिनिधित्व होता है। तकनीक और व्यवहारिक नजेज़ के माध्यम से, विभाग का लक्ष्य बिना प्रत्यक्ष प्रवर्तन के एक अधिक पारदर्शी और स्व-विनियमित कर पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करना है।
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प्रकाशित:: 23 Dec 2025, 9:24 pm IST

Team Angel One
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