
2025 में, भारतीय उपभोक्ताओं ने मोटर बीमा को सिर्फ कानूनी आवश्यकता की बजाय एक वित्तीय सुरक्षा साधन के रूप में देखना शुरू किया। खरीदार बेहतर कवरेज, निजीकरण और वैल्यू फॉर मनी पर अधिक केन्द्रित हैं।
पॉलिसीबाज़ार के आंकड़े दिखाते हैं कि ग्राहक न्यूनतम कवर लेने की बजाय अपने ड्राइविंग आदतों और वाहन उपयोग के अनुरूप बीमा प्लान चुन रहे हैं।
इलेक्ट्रिक वाहन मोटर बीमा में सबसे तेज़ी से बढ़ने वाला खंड बनकर उभरे। जो कभी एक सीमित श्रेणी मानी जाती थी, EV को अब बैटरी सुरक्षा आवश्यकताओं और उच्च मरम्मत लागत के कारण विशेष कवर की ज़रूरत होती है।
नई EV बीमा खरीद साल-दर-साल लगभग 2.5 गुना बढ़ी, जबकि प्रीमियम लगभग 200% बढ़े। तुलना में, पेट्रोल और डीज़ल वाहनों में पॉलिसी खरीद 10% से कम और प्रीमियम में करीब 30% वृद्धि देखी गई।
2025 में मज़बूत सुरक्षा की ओर स्पष्ट रुझान दिखा। खरीदारों ने अपने बीमे को मजबूत करने के लिए वैकल्पिक कवर अधिक जोड़े।
रोडसाइड असिस्टेंस 74% ग्राहकों ने चुना, जबकि 60% ने जीरो डेप्रिसिएशन कवर लिया। लगभग 25% ने इंजन प्रोटेक्टर, कंज़्यूमेबल्स और की या लॉक रिप्लेसमेंट जैसे ऐड-ऑन चुने। रिटर्न टू इनवॉइस RTI 12% तक सीमित रहा।
नई गाड़ियों में ऐड-ऑन का चयन और अधिक रहा। जीरो डेप्रिसिएशन कवर 96% नए कार खरीदारों ने चुना, इसके बाद रोडसाइड असिस्टेंस 83% पर रहा। कंज़्यूमेबल्स (74%), RTI (67%) और इंजन प्रोटेक्टर (61%) की भी मजबूत मांग रही।
यह दर्शाता है कि खरीदार वाहन स्वामित्व के शुरुआती वर्षों में कम्प्रिहेंसिव कवर पसंद करते हैं।
SUVs और कॉम्पैक्ट यूटिलिटी वाहनों ने नई कार बीमा खरीद में दबदबा बनाया। लोकप्रिय मॉडलों में टाटा नेक्सॉन, महिंद्रा XUV3XO, महिंद्रा XUV700, ह्युंडई क्रेटा और टाटा पंच शामिल रहे।
राज्यवार, 2025 में मोटर बीमा की सबसे अधिक मांग महाराष्ट्र में रही, इसके बाद उत्तर प्रदेश और दिल्ली का स्थान रहा।
वर्ष के दौरान उपयोग-आधारित बीमा अधिक मुख्यधारा में आया। लगभग 15-20% ग्राहकों ने पे-एज़-यू-ड्राइव पॉलिसियां चुनीं, जो आमतौर पर 7,500-8,500 किमी वार्षिक उपयोग घोषित करते हैं।
इन ग्राहकों ने मानक कम्प्रिहेंसिव पॉलिसियों की तुलना में लगभग 25-30% बचत की, जिससे PAYD योजनाएं शहरी और कम माइलेज ड्राइवरों के लिए आकर्षक बनीं।
2025 के अंत तक भारत में मोटर बीमा अधिक निजीकरण वाला और मूल्य-उन्मुख उत्पाद बन गया था। EV की वृद्धि, व्यापक ऐड-ऑन अपनाने और उपयोग-आधारित योजनाएं, अधिक स्मार्ट और आवश्यकता-आधारित बीमा विकल्पों की ओर स्पष्ट संकेत देती हैं।
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प्रकाशित:: 27 Dec 2025, 11:24 pm IST

Team Angel One
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