
PIB रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र में १ अप्रैल, २०२५ तक ५,०९८ Km को कवर करने वाली और ₹८९,७८० करोड़ की कुल ३८ रेलवे अवसंरचना परियोजनाएँ स्वीकृत की गई हैं.
इनमें नई लाइनें, गेज रूपांतरण, और ट्रैक दोहरीकरण शामिल हैं, जिनका उद्देश्य राज्य भर में यात्री और माल ढुलाई की दक्षता को बढ़ाना है.
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, रेल मंत्रालय ने ११ नई लाइन परियोजनाएँ (१,३५५ Km), २ गेज रूपांतरण परियोजनाएँ (६०९ Km), और २५ दोहरीकरण/मल्टीट्रैकिंग परियोजनाएँ (३,१३४ Km) अनुमोदित की हैं, जिनका कुल योग ५,०९८ Km है. मार्च २०२५ तक, २,३६० Km इसका सेवा में लाया जा चुका है, और ₹३९,४०७ करोड़ व्यय किए गए हैं.
प्रमुख पूर्ण हुए मार्गों में पुणे-मिरज-लोंडा दोहरीकरण (४६७ Km), जबलपुर-गोंदिया गेज रूपांतरण (३०० Km), और दौंड-गुलबर्गा दोहरीकरण (२२५ किमी Km शामिल हैं. शहरी परिवहन की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए मुंबई उपनगरीय विस्तार के अनेक कार्य भी लागू किए गए हैं|
मुंबई क्षेत्र में, जहाँ १२० मेल/एक्सप्रेस और लगभग ३,२०० उपनगरीय ट्रेनें दैनिक संचालित होती हैं, विभिन्न क्षमता सुधार कार्य जारी हैं. १५-कोच EMU को समायोजित करने के लिए ३४ स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म विस्तार आरंभ किए गए हैं.
MUTP-II, III, और IIIA का संयुक्त मूल्य ₹५२,००० करोड़ से अधिक है, और इनमें CSMT-कुर्ला ६वीं लाइन, बोरीवली-विरार ६वीं लाइन, तथा पनवेल-करजत सेगमेंट जैसे महत्वपूर्ण कॉरिडोर प्रोजेक्ट शामिल हैं.
इसके अतिरिक्त, बढ़ते फुटफॉल को संभालने हेतु MUTP-III & IIIA के अंतर्गत दरवाजों वाली १२-कोच EMU के २३८ रेक ₹१९,२९३ करोड़ में स्वीकृत किए गए हैं|
२००९-१४ के बीच, औसत वार्षिक कमीशनिंग ५८.४ Km, जबकि 20१४ के बाद यह बढ़कर 20८.३६ किमी हो गई. वार्षिक बजट आवंटन भी २० गुना से अधिक बढ़े हैं, २०२५-२६ में ₹१,१७१ करोड़ से बढ़कर ₹२३,७७८ करोड़ हो गए हैं.
यह महत्वपूर्ण वृद्धि इस बात का संकेत देती है कि महाराष्ट्र के भीतर रेलवे नेटवर्क को सुदृढ़ करने के लिए प्राथमिकता प्राप्त वित्तपोषण किया जा रहा है|
हालिया कमीशनिंग में उधना-जलगांव दोहरीकरण (३०७ Km), तथा भुसावल-जलगांव ३री और ४थी लाइनें (२४ Km प्रत्येक) शामिल हैं.
परियोजनाएँ जैसे कि इटारसी-नागपुर ४ लाइन (२९७ Km), वर्धा-भुसावल ३ और ४ लाइन (३१४ Km), गोंदिया-डोंगरगढ़ 4 लाइन (८४ Km), तथा इंदौर-मनमाड़ नई लाइन (३६० Km) प्रमुख निवेशों में शामिल हैं. अकेली जालना-जलगांव नई लाइन (१७४ Km) की लागत ₹५,८०४ करोड़ आँकी गई है|
महाराष्ट्र में स्वीकृत रेलवे परियोजनाएँ भारतीय रेलवे द्वारा बड़े पैमाने पर अवसंरचना प्रोत्साहन को दर्शाती हैं. ये प्रयास, पर्याप्त बजट आवंटनों के साथ, शहरी मांग को संबोधित करने पर केन्द्रित हैं, जबकि नई लाइनों, गेज रूपांतरणों और दोहरीकरणों के माध्यम से क्षेत्रीय कनेक्टिविटी में सुधार किया जा रहा है|
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प्रकाशित:: 22 Dec 2025, 6:48 pm IST

Team Angel One
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