
इंडिया का सांख्यिकीय सिस्टम एक महत्वपूर्ण अपडेट के लिए तैयार है क्योंकि मिनिस्ट्री ऑफ स्टैटिस्टिक्स एंड प्रोग्राम इम्प्लीमेंटेशन नया बेस ईयर इस्तेमाल करते हुए संशोधित मैक्रोइकोनॉमिक इंडिकेटर्स जारी करने की तैयारी कर रही है।
इस कदम का उद्देश्य अर्थव्यवस्था में संरचनात्मक बदलावों को बेहतर ढंग से दर्शाना और ग्रोथ, मुद्रास्फीति और औद्योगिक गतिविधि जैसे हेडलाइन डेटा की शुद्धता में सुधार करना है।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, 2022–23 को बेस ईयर मानकर नई नेशनल अकाउंट्स सीरीज़ 27 फरवरी, 2026 को प्रकाशित की जाएगी। इसके बाद 28 मई को 2022–23 पर ही रीबेस की गई संशोधित इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (IIP) सीरीज़ जारी की जाएगी।
अपडेटेड कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) के तहत बेस ईयर (2024=100) फ्रेमवर्क वाला खुदरा मुद्रास्फीति डेटा भी फरवरी रोलआउट के हिस्से के रूप में पेश किया जाना तय है।
इन रिलीज़ से पहले, मंत्रालय 23 दिसंबर को एक प्री-रिलीज़ कंसल्टेटिव वर्कशॉप आयोजित करेगा, जो नवंबर में मुंबई में हुए एक पहले के सत्र के बाद होगी।
वर्कशॉप जीडीपी (GDP), CPI और IIP की मेथडोलॉजी में संशोधनों पर केन्द्रित होगी, जिसमें डेटा सोर्सेज, सेक्टोरल वेट्स और एस्टिमेशन तकनीकों में बदलाव शामिल हैं। अधिकारियों ने कहा कि प्रक्रिया का उद्देश्य सांख्यिकीय मजबूती को बेहतर करना और मैक्रोइकोनॉमिक इंडिकेटर्स को मौजूदा आर्थिक वास्तविकताओं के साथ संरेखित करना है।
प्रतिभागियों में इकोनॉमिस्ट, बैंकिंग और फाइनेंशियल सेक्टर के विशेषज्ञ, आधिकारिक सांख्यिकी के उपयोगकर्ता, विषय विशेषज्ञ और केंद्र व राज्य सरकारों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे। नीति-निर्माताओं को उम्मीद है कि यह विविध प्रतिनिधित्व संशोधित डेटा सीरीज़ की ओर संक्रमण को सुगम बनाने में मदद करेगा।
GDP, मुद्रास्फीति और औद्योगिक उत्पादन संकेतकों का रीबेस करना इंडिया के मैक्रोइकोनॉमिक मापन फ्रेमवर्क को अपडेट करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। लागू होने के बाद, नई सीरीज़ से आर्थिक गतिविधि का अधिक समकालीन दृष्टिकोण मिलने और बेहतर जानकारी-आधारित नीति व निवेश निर्णयों को समर्थन मिलने की उम्मीद है।
डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए लिखा गया है। उल्लिखित सिक्योरिटीज मात्र उदाहरण हैं, सिफारिशें नहीं। यह व्यक्तिगत सिफारिश/निवेश सलाह का गठन नहीं करता। इसका उद्देश्य किसी व्यक्ति या इकाई को निवेश निर्णय लेने के लिए प्रभावित करना नहीं है। प्राप्तकर्ताओं को निवेश निर्णयों पर स्वतंत्र राय बनाने के लिए अपना स्वयं का शोध और मूल्यांकन करना चाहिए।
सिक्योरिटीज मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है, निवेश करने से पहले सभी संबंधित दस्तावेज़ ध्यान से पढ़ें।
प्रकाशित:: 24 Dec 2025, 4:36 am IST

Team Angel One
हम अब WhatsApp! पर लाइव हैं! बाज़ार की जानकारी और अपडेट्स के लिए हमारे चैनल से जुड़ें।