
प्रेस रिलीज़ के अनुसार, अप्रावा एनर्जी ने ब्रिटिश इंटरनेशनल इन्वेस्टमेंट और स्टैंडर्ड चार्टर्ड से ₹8009 मिलियन (~$92 मिलियन) की नई फंडिंग हासिल करके अपने स्मार्ट मीटरिंग लक्ष्यों को और मजबूत किया है.
यह वित्तपोषण कई राज्यों में उसके बढ़ते एडवांस्ड मीटरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स का समर्थन करता है.
अप्रावा एनर्जी ने 2 वित्तपोषण समझौते अंतिम रूप दिए: ब्रिटिश इंटरनेशनल इन्वेस्टमेंट से ₹4005 मिलियन ($46 मिलियन) और स्टैंडर्ड चार्टर्ड से ₹4004 मिलियन ($46 मिलियन). यह धनराशि 2 मिलियन से अधिक स्मार्ट मीटरों की तैनाती को तेज करेगी और 2026 तक 250 मिलियन मीटर लगाने के भारत के व्यापक लक्ष्य में योगदान देगी.
उम्मीद है कि स्मार्ट मीटर ग्रिड दक्षता बढ़ाएंगे, नवीकरणीय एकीकरण का समर्थन करेंगे, और ग्राहक अनुभव में सुधार करते हुए तकनीकी और वाणिज्यिक हानियों को कम करेंगे. अपने मौजूदा प्रोजेक्ट्स के तहत अप्रावा का विभिन्न राज्यों में लगभग 7.8 मिलियन स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य पहले से है.
समीर अष्टा, निदेशक – वित्त एवं सीएफ़ओ (सीएफ़ओ), ने कहा, “इस वित्तपोषण के साथ, हम अपनी स्मार्ट मीटरिंग पहलों का विस्तार कर रहे हैं.” उन्होंने कंपनी की प्रगति का उल्लेख किया, बताते हुए कि उन्होंने “असम में भारत के पहले आरडीएसएस [RDSS(आरडीएसएस)] प्रोजेक्ट का ऑपरेशनल गो-लाइव और हिमाचल प्रदेश में देश का सबसे तेज़ गो-लाइव” हासिल किया है.
ब्रिटिश इंटरनेशनल इन्वेस्टमेंट की शिल्पा कुमार ने कहा, “स्मार्ट मीटरिंग बिज़नेस मॉडल का उभरता हुआ लेकिन महत्वपूर्ण हिस्सा है,” जो भारत की सतत ऊर्जा आकांक्षाओं में इसकी अहमियत को पुष्ट करता है.
स्टैंडर्ड चार्टर्ड के प्रसाद हेगड़े ने कहा, “भारत की ऊर्जा संक्रमण यात्रा में अपना योगदान तेज करते हुए अप्रावा एनर्जी का समर्थन करके हम प्रसन्न हैं.”
2002 में स्थापित, अप्रावा ने विंड, सोलर, थर्मल और ट्रांसमिशन परिसंपत्तियों में लगभग 3.4 जीडब्ल्यू जीडब्ल्यू (GW) की स्थापित क्षमता के साथ एक विविध पोर्टफ़ोलियो बनाया है. कंपनी कई ग्रीनफ़ील्ड ट्रांसमिशन लाइनों, 300 एमडब्ल्यू एमडब्ल्यू (MW) के एक विंड प्रोजेक्ट और कुल 550 एमडब्ल्यू के 2 सोलर प्रोजेक्ट्स का निर्माण कर रही है.
एडवांस्ड मीटरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की दिशा में उसकी पहल ग्राहक-केन्द्रित, प्रौद्योगिकी-प्रेरित ऊर्जा समाधानों की ओर एक बड़ा परिवर्तन दर्शाती है. 13 राज्यों में परिचालनों के साथ, अप्रावा लो-कार्बन वृद्धि क्षेत्रों में निवेश जारी रखती है और भारत के बिजली वितरण परिदृश्य की विश्वसनीयता और दक्षता को मजबूत करती है.
बीआईआई BII और स्टैंडर्ड चार्टर्ड से प्राप्त संयुक्त वित्तपोषण अप्रावा एनर्जी के लिए एक निर्णायक क्षण को दर्शाता है, जो स्मार्ट मीटरिंग का तेज़ी से स्केल-अप सक्षम करता है और भारत की विकसित होती पावर अवसंरचना को आगे बढ़ाता है.
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प्रकाशित: 4 Dec 2025, 7:36 pm IST

Team Angel One
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