रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड (आरआईएल) की 48वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) 29 अगस्त 2025 को निर्धारित है, जिसमें इसके विस्तृत व्यापार इकाइयों पर महत्वपूर्ण अद्यतन मिलने की उम्मीद है। 44 लाख शेयरधारक डिजिटल, खुदरा, ऑयल-टू-केमिकल्स और नई ऊर्जा इकाइयों से जुड़ी प्रगति पर नज़र गड़ाए हुए हैं। साथ ही लंबे समय से प्रतीक्षित वैल्यू अनलॉकिंग योजनाओं से जुड़े ऐलान की संभावना भी जताई जा रही है।
समाचार रिपोर्ट्स के मुताबिक, बाज़ार प्रतिभागी आरआईएल के टेलीकॉम और खुदरा इकाइयों की संभावित सूचीबद्ध समय सीमा को लेकर स्पष्टता की उम्मीद कर रहे हैं, जिसकी पहली बार झलक 2019 में दी गई थी। अगर इस पर पुष्टि होती है तो यह शेयरधारकों के लिए कंपनी की रणनीतिक मंशा का मजबूत संकेत होगा।
डिजिटल उपक्रम में एंटरप्राइज़ सॉल्यूशन्स, फास्ट फैशन और त्वरित वाणिज्य पर ज़ोर दिए जाने की उम्मीद है ताकि अगली पीढ़ी की खपत के ढांचे को देखा जा सके। खुदरा इकाइयों का विस्तार काफी बढ़ चुका है और निवेशक आगे के विस्तार रणनीति पर संकेत चाहेंगे।
वित्तवर्ष 2027 तक आरआईएल का पूंजीगत खर्च (कैपेक्स) पॉलिएस्टर (5 मिलियन टन प्रति वर्ष), विनाइल (3.9 मिलियन टन प्रति वर्ष) और कार्बन फाइबर (20,000 टन प्रति वर्ष) की क्षमता विस्तार पर केंद्रित होगा।
भारत की तेल और गैस/रिफाइनरी की मांग जीडीपी वृद्धि से तेज रहने का अनुमान है, जिसे इंफ्रास्ट्रक्चर, पैकेजिंग, ऑटो और कृषि क्षेत्रों से बल मिलेगा। हालांकि, 2025 में वैश्विक रिफाइनरी विस्तार से मार्जिन पर दबाव आ सकता है, लेकिन संभावित क्लोज़र इसका असर कुछ हद तक कम कर सकते हैं।
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आरआईएल का मौजूदा गैस उत्पादन 28.5 मिलियन मेट्रिक स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर प्रति दिन (एमएमएससीएमडी) है, जो भारत की कुल आपूर्ति का 30% है। केजी-डी6 बेसिन में वित्तवर्ष 2028 की दूसरी छमाही तक नए कुओं की ड्रिलिंग की योजना है ताकि पुराने कुओं के परिपक्व होने पर भी उत्पादन स्थिर रह सके। यह कदम ऊर्जा सुरक्षा के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता दर्शाता है।
कंपनी की एकीकृत नई ऊर्जा सुविधा तेजी से आगे बढ़ रही है, जिसका उद्देश्य सोलर मॉड्यूल, इलेक्ट्रोलाइज़र और एडवांस बैटरियों का उत्पादन करना है। आरआईएल का अनुमान है कि यह प्लेटफ़ॉर्म अगले 4–6 तिमाहियों में शुरू हो जाएगा। इंजीनियरिंग और प्रोक्योरमेंट पूरे हो चुके हैं और 2025 में उपकरण की डिलीवरी तय है। एक गीगावॉट क्षमता वाली सोलर पीवी मॉड्यूल प्रोडक्शन लाइन पहले ही शुरू की जा चुकी है और यह प्रोजेक्ट आने वाले वर्षों में स्वयं वित्तपोषित हो जाएगा।
28 अगस्त 2025 को एनएसई पर रिलायंस इंडस्ट्रीज़ का शेयर मूल्य ₹1,389.90 पर खुला, जो पिछले बंद ₹1,384.90 से ऊपर था। दिन में यह ₹1,389.90 तक चढ़ा और ₹1,366.50 तक गिरा। 12:12 बजे तक शेयर ₹1,381.00 पर कारोबार कर रहा था, यानी 0.28% की मामूली गिरावट।
पिछले एक सप्ताह में शेयर 3.07% गिरा है, पिछले एक महीने में 2.16% और पिछले तीन महीनों में 1.87% की गिरावट दर्ज की है।
एजीएम, आरआईएल की बहु-क्षेत्रीय महत्वाकांक्षी योजनाओं का अहम पड़ाव साबित होगी। ऊर्जा, खुदरा और डिजिटल वेंचर्स में मज़बूत प्रगति और प्रमुख वर्टिकल्स की संभावित आईपीओ घोषणाओं के चलते निवेशक ऐसे अपडेट्स की उम्मीद कर रहे हैं, जो कंपनी की दीर्घकालिक विकास गाथा को नया रूप दे सकते हैं।
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प्रकाशित: 28 Aug 2025, 8:15 pm IST
Team Angel One
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