
2 दिसंबर 2025 को, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण एनएचएआई (NHAI) ने रिलायंस जियो के साथ एक समझौता ज्ञापन एमओयू (MoU) पर हस्ताक्षर किए ताकि राष्ट्रीय राजमार्गों पर यात्रियों को चेतावनी देने के लिए एक टेलीकॉम-आधारित सुरक्षा प्रणाली लागू की जा सके।
यह प्रणाली दुर्घटना क्षेत्रों, कोहरे से प्रभावित इलाकों और पशु-क्रॉसिंग वाले हिस्सों के बारे में SMS, व्हाट्सएप और प्राथमिक कॉल्स प्राथमिक कॉल्स के माध्यम से रियल-टाइम अलर्ट प्रदान करेगी।
नई प्रणाली जियो के मौजूदा 4G और 5G नेटवर्क का उपयोग करेगी ताकि राष्ट्रीय राजमार्गों पर जोखिमपूर्ण स्थानों के पास पहुंचने वाले यात्रियों को समय पर अलर्ट भेजे जा सकें।
यात्रियों को दुर्घटना संभावित क्षेत्रों, आपातकालीन डायवर्जन, कोहरे से प्रभावित हिस्सों और आवारा पशुओं की संभावना वाले इलाकों के लिए सूचनाएं मिलेंगी। ये अलर्ट ड्राइवरों को पहले से ही अपने व्यवहार और गति को समायोजित करने में मदद करेंगे, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना कम होगी।
महत्वपूर्ण रूप से, ये अलर्ट SMS, व्हाट्सएप और स्वचालित उच्च-प्राथमिकता कॉल्स प्राथमिक कॉल्स सहित कई चैनलों के माध्यम से भेजे जाएंगे, जिससे अधिकतम दृश्यता सुनिश्चित होगी।
यह पहल शुरू में राष्ट्रीय राजमार्गों के पास जियो उपयोगकर्ताओं को कवर करेगी और बाद में NHAI के प्लेटफार्म जैसे राजमार्गयात्रा मोबाइल ऐप और हेल्पलाइन 1033 के साथ एकीकरण के माध्यम से विस्तार करेगी।
प्रस्तावित अलर्ट प्रणाली के लिए नए रोडसाइड हार्डवेयर की आवश्यकता नहीं है। यह जियो के मौजूदा टेलीकॉम टावरों के माध्यम से संचालित होगी, जिससे तेज और किफायती रोलआउट संभव होगा।
जियो का डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर वर्तमान में देशभर में 50,00,00,000 से अधिक उपयोगकर्ताओं को सेवा प्रदान करता है, जिससे कार्यान्वयन की शुरुआत से ही व्यापक कवरेज संभव है।
एक पायलट कार्यक्रम के तहत NHAI के चयनित क्षेत्रीय कार्यालयों में उच्च-जोखिम वाले क्षेत्रों की पहचान की जाएगी और अलर्ट थ्रेशहोल्ड सेट किए जाएंगे। प्रणाली को चरणबद्ध तरीके से संचालन में लाया जाएगा और यह पूरी तरह से नियामक और डेटा सुरक्षा कानूनों के अनुपालन में डिजाइन की जाएगी।
NHAI ने भविष्य में इसी तरह की परियोजनाओं के लिए अन्य टेलीकॉम प्रदाताओं के साथ सहयोग करने की योजना भी बताई है, जिससे और भी अधिक यात्रियों को इसका लाभ मिल सके।
NHAI और रिलायंस जियो की साझेदारी का उद्देश्य न्यूनतम इन्फ्रास्ट्रक्चर बदलाव के साथ डिजिटल कनेक्टिविटी का उपयोग कर रोकी जा सकने वाली दुर्घटनाओं को कम करना है। इस पहल से सड़क सुरक्षा जागरूकता बढ़ने और भारत के राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क में अधिक सूचित यात्रा निर्णयों को समर्थन मिलने की उम्मीद है।
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प्रकाशित: 3 Dec 2025, 12:39 am IST

Team Angel One
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