भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने वित्तवर्ष 2024-25 के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को ₹7,324.34 करोड़ का लाभांश भुगतान किया है। यह लाभांश 26 अगस्त 2025 को बीमाकर्ता की वार्षिक आम बैठक में मंज़ूर किया गया था।
एलआईसी के सीईओ और प्रबंध निदेशक आर दोरईस्वामी ने चेक सौंपा। इस दौरान वित्तीय सेवा विभाग के सचिव एम नागराजू, संयुक्त सचिव प्रशांत कुमार गोयल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
एलआईसी ने 31 मार्च, 2025 तक ₹56.23 लाख करोड़ की परिसंपत्ति की सूचना दी। निगम भारत के जीवन बीमा बाजार में अग्रणी हिस्सेदारी रखता है, जिसे पहले वर्ष की प्रीमियम आय से मापा जाता है।
अप्रैल-जून 2025 तिमाही में (वित्तवर्ष 2026 की प्रथम तिमाही) एलआईसी ने ₹10,985 करोड़ का एकीकृत शुद्ध लाभ दर्ज किया। यह पिछले वर्ष की समान तिमाही के ₹10,551 करोड़ की तुलना में 4.11% अधिक रहा। स्टैंडअलोन आधार पर लाभ ₹10,986.51 करोड़ रहा, जो सालाना आधार पर 5% की वृद्धि दर्शाता है।
कंपनी की शुद्ध प्रीमियम आय वित्तवर्ष 2026 की प्रथम तिमाही में बढ़कर ₹1.2 लाख करोड़ हो गई, जबकि वित्तवर्ष 2025 की प्रथम तिमाही में यह ₹1.14 लाख करोड़ थी। यानी इसमें 4.71% की वृद्धि हुई। व्यक्तिगत व्यवसाय में ग़ैर-भागीदारी वार्षिकीकृत प्रीमियम इक्विवेलेंट (एपीई) का हिस्सा 30.34% रहा, जो एक साल पहले 23.94% था।
व्यक्तिगत ग़ैर-भागीदारी एपीई 32.6% बढ़कर ₹2,142 करोड़ हो गया, जबकि समूह व्यवसाय एपीई 16.1% बढ़कर ₹5,590 करोड़ रहा। कुल मिलाकर, एपीई 9.4% बढ़कर ₹12,652 करोड़ हो गया। नए व्यवसाय का मूल्य ₹1,944 करोड़ रहा, जो साल-दर-साल 20.7% की बढ़त दर्शाता है। प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियां जून 2025 तिमाही में 6.4% बढ़कर ₹57.05 लाख करोड़ हो गईं।
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1 सितंबर 2025 को सुबह 10:40 बजे भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का शेयर मूल्य ₹859.80 पर कारोबार कर रहा था, जो पिछले बंद भाव से 0.90% अधिक था।
एलआईसी का सरकार को लाभांश भुगतान इसके तिमाही नतीजों के बाद आया है, जिनमें शुद्ध लाभ, प्रीमियम आय और व्यवसायिक विविधता में बढ़ोतरी दिखाई दी। कंपनी की परिसंपत्तियां और बाज़ार हिस्सेदारी मज़बूत बनी हुई हैं।
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प्रकाशित: 1 Sept 2025, 8:50 pm IST
Team Angel One
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