भूमि की रजिस्ट्री और स्टैंप ड्यूटी की न्यूनतम दर को नियंत्रित करने वाला यह सर्किल रेट अब राम मंदिर से करीब किलोमीटर की दूरी वाले इलाकों में सबसे अधिक बढ़ा है। उदाहरण के लिए, रकाबगंज, सदार बाजार और अवध विहार जैसे स्थानों में यह वृद्धि लगभग 200 प्रतिशत या उससे अधिक उपर तक देखी गई ।
राम मंदिर के उद्घाटन के बाद से बढ़ी हुई जमीन की मांग, बाजार मूल्य और पुराने दरों के बीच बड़ी खाई, तथा लेन-देन में पारदर्शिता लाने की आवश्यकता। इससे ब्लैक-मनी की संभावना भी काफी कम होगी। हालांकि खरीदारों के लिए स्टैंप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन की लागत बढ़ गई है ।
आगे पढ़ें: जियो ब्लैकरॉक को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड से निवेश सलाहकार बनने की मंजूरी!
राम मंदिर के निर्माण से प्रेरित भूमि बाजार में हो रही तेजी को देखते हुए यह सर्किल रेट संशोधन एक ज़रूरी कदम है। इससे सरकारी राजस्व सुरक्षित होगा और लेन-देन में पारदर्शिता आएगी। परन्तु खरीदारों को बढ़ी हुई फीस और लागतों का सामना करना पड़ेगा।
अस्वीकरण: यह ब्लॉग केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए लिखा गया है। उल्लिखित प्रतिभूतियां केवल उदाहरण हैं और सिफारिशें नहीं हैं। यह व्यक्तिगत सिफारिश/निवेश सलाह नहीं है। इसका उद्देश्य किसी भी व्यक्ति या संस्था को निवेश निर्णय लेने के लिए प्रभावित करना नहीं है। प्राप्तकर्ताओं को निवेश निर्णय लेने के बारे में एक स्वतंत्र राय बनाने के लिए अपना शोध और आकलन करना चाहिए।
प्रतिभूति बाजार में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं, निवेश करने से पहले सभी संबंधित दस्तावेजों को ध्यान से पढ़ें।
प्रकाशित: 14 Jun 2025, 7:28 pm IST
Team Angel One
हम अब WhatsApp! पर लाइव हैं! बाज़ार की जानकारी और अपडेट्स के लिए हमारे चैनल से जुड़ें।