
टेमासेक-समर्थित ई-कॉमर्स एनेबलमेंट फर्म शिपरॉकेट ने बाज़ार नियामक SEBI के साथ अद्यतन मसौदा दस्तावेज़ दाखिल किए हैं, ₹2,342 करोड़ जुटाने के लिए एक प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO)|
अद्यतन मसौदा रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (UDRHP) के अनुसार, प्रस्तावित सार्वजनिक निर्गम में अधिकतम ₹1,100 करोड़ तक का नया इक्विटी निर्गम शामिल है, साथ ही मौजूदा शेयरधारकों द्वारा ₹1,242.3 करोड़ का ऑफ़र फॉर सेल (OFS).
OFS के हिस्से के रूप में, लाइटरॉक, ट्राइब कैपिटल, बर्टेल्समन, अरविंद लिमिटेड, गौतम कपूर, साहिल गोयल और विशेष खुराना सहित निवेशक अपनी हिस्सेदारी कम करेंगे. एक्सिस कैपिटल, BOFA सिक्योरिटीज़ इंडिया, JM फाइनेंशियल और कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी को निर्गम के लिए बुक-रनिंग लीड मैनेजर्स नियुक्त किए गए हैं. कंपनी अपने शेयरों को BSE और NSE दोनों पर सूचीबद्ध करने की योजना बनाती है.
शिपरॉकेट अपने प्लेटफ़ॉर्म्स की वृद्धि को तेज करने के लिए नई पूंजी तैनात करने का इरादा रखती है, मार्केटिंग पहलों का विस्तार करने पर केन्द्रित रहते हुए और अपने कोर तथा उभरते दोनों व्यावसायिक खंडों में अपनी प्रौद्योगिकी अवसंरचना को सुदृढ़ करने के साथ, जैसा कि शुक्रवार को की गई फाइलिंग्स में कहा गया है.
प्राप्त धन का एक हिस्सा कुछ उधारों का, संचित ब्याज सहित, पुनर्भुगतान या पूर्वभुगतान करने में भी उपयोग किया जाएगा. इसके अतिरिक्त, कंपनी संभावित अधिग्रहणों के माध्यम से अकार्बनिक विकास के अवसरों हेतु निधियाँ आवंटित करने और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए धन लगाने की योजना बनाती है.
कंपनी ₹220 करोड़ तक का प्री-IPO प्लेसमेंट भी तलाश सकती है. यदि इसे लागू किया जाता है, तो इससे ताज़ा इश्यू के आकार में समानुपाती कमी होगी.
शिपरॉकेट एक लॉजिस्टिक्स-केन्द्रित स्टार्टअप से विकसित होकर एक फुल-स्टैक ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म बन गया है, जो डायरेक्ट-टू-कंज़्यूमर (D2C) ब्रांड्स और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSMES) को सेवाएँ प्रदान करता है. शिपरॉकेट दो प्रमुख वर्टिकल्स के माध्यम से संचालित होता है: कोर बिज़नेस और इमर्जिंग बिज़नेस.
इसके कोर बिज़नेस में घरेलू शिपिंग प्लेटफ़ॉर्म और संबंधित ऐप्लिकेशंस शामिल हैं, जो पूरे भारत में एंड-टू-एंड लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशंस प्रदान करते हैं. इन सेवाओं में मल्टी-मोडल परिवहन, AI-पावर्ड लॉजिस्टिक्स ऑप्टिमाइज़ेशन, और ऑर्डर मैनेजमेंट व शिपमेंट ट्रैकिंग के लिए इंटीग्रेटेड टूल्स शामिल हैं. इमर्जिंग बिज़नेस खंड, जिसमें मार्केटिंग और ऑटोमेशन सॉल्यूशंस शामिल हैं, ने FY25 में वर्ष-दर-वर्ष 41% वृद्धि दर्ज की, जो ₹326 करोड़ तक पहुँची|
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प्रकाशित:: 15 Dec 2025, 11:06 pm IST

Team Angel One
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