
2025 में भारत के प्राथमिक बाजारों के लिए ब्लॉकबस्टर साल के बाद, निवेशकों का ध्यान अब आगे क्या है, इस पर केन्द्रित हो गया है। बाजार प्रतिभागी अब 2026 में अपेक्षित बड़े और हाई-प्रोफाइल इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO (आईपीओ)) की मजबूत पाइपलाइन पर नज़र रख रहे हैं, जो फंडरेज़िंग के अगले चरण को आकार दे सकती है।
कोल इंडिया की सहायक कंपनी भारत कोकिंग कोल (BCCL) ₹1,300 करोड़ का IPO लाने की उम्मीद है, जो मुख्यतः ऑफर फॉर सेल के जरिए होगा। रिपोर्टों के अनुसार यह जनवरी तक ही खुल सकता है, हालांकि अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज की टेलीकॉम और डिजिटल इकाई रिलायंस जियो सबसे प्रतीक्षित लिस्टिंग्स में से एक है। कंपनी खबरों के मुताबिक अपना ड्राफ्ट तैयार कर रही है, और मंजूरियों व बाजार परिस्थितियों के अधीन, IPO 2026 की पहली छमाही में आ सकता है।
NSE का IPO अभी भी विनियामक मंजूरी का इंतज़ार कर रहा है। गवर्नेंस और अनुपालन से जुड़ी अधिकांश समस्याएं सुलझ चुकी हैं, फिर भी अंतिम मंजूरियां लंबित हैं, जिससे लिस्टिंग की टाइमलाइन अनिश्चित है।
डिजिटल पेमेंट्स कंपनी फोनपे ने SEBI (सेबी) के साथ अपना DRHP (डीआरएचपी) गोपनीय रूप से दाखिल किया है। इससे खुलासों में लचीलापन मिलता है, लेकिन कंपनी ने अभी इश्यू का आकार या लॉन्च तारीख घोषित नहीं की है।
ई-कॉमर्स दिग्गज फ्लिपकार्ट को अपना डोमिसाइल सिंगापुर से भारत में स्थानांतरित करने की मंजूरी मिल गई है, जो संभावित आईपीओ की दिशा में एक अहम कदम है। हालांकि, अभी कोई औपचारिक लिस्टिंग योजना घोषित नहीं की गई है।
क्विक-कॉमर्स स्टार्टअप जेप्टो खबरों के मुताबिक गोपनीय मार्ग से IPO दस्तावेज दाखिल करने की तैयारी कर रहा है। समय और इश्यू आकार को लेकर जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है।
हॉस्पिटैलिटी फर्म ओयो ₹6,650 करोड़ के IPO के लिए शेयरधारकों की मंजूरी चाह रही है। लिस्टिंग मंजूरियों और बाजार परिस्थितियों पर निर्भर करेगी।
कंज़्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स ब्रांड बोट ने SEBI के साथ ₹1,500 करोड़ के IPO के लिए अपना अपडेटेड DRHP दाखिल किया है, जिसमें फ्रेश शेयर और ऑफर फॉर सेल शामिल हैं।
हीरो ग्रुप समर्थित हीरो फिनकॉर्प ने ₹3,668 करोड़ के IPO के लिए दस्तावेज दाखिल किए हैं और SEBI की मंजूरी का इंतजार कर रहा है।
कई अन्य कंपनियां भी बाजार में डेब्यू की तैयारी कर रही हैं:
ये कंपनियां अब अपने इश्यू लॉन्च करने के लिए अनुकूल बाजार परिस्थितियों का इंतजार कर रही हैं।
2026 की IPO पाइपलाइन भारत के प्राथमिक बाजारों के लिए एक और मजबूत साल की ओर इशारा करती है, जिसमें टेलीकॉम, फिनटेक, ई-कॉमर्स, फाइनेंस और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों के चर्चित नाम शामिल हैं। अगर बाजार परिस्थितियां सहायक रहीं, तो आने वाले साल में IPO के माध्यम से ₹1 लाख करोड़ से अधिक जुटाए जा सकते हैं, जिससे निवेशकों की दिलचस्पी ऊंची बनी रह सकती है।
अस्वीकरण: यह ब्लॉग केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए लिखा गया है। जिन सिक्योरिटीज़ का उल्लेख किया गया है वे सिर्फ उदाहरण हैं, सिफारिशें नहीं। यह व्यक्तिगत सिफारिश/निवेश सलाह नहीं है। इसका उद्देश्य किसी भी व्यक्ति या इकाई को निवेश निर्णय लेने के लिए प्रभावित करना नहीं है। प्राप्तकर्ताओं को निवेश निर्णयों पर स्वतंत्र राय बनाने के लिए अपना स्वयं का शोध और आकलन करना चाहिए।
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प्रकाशित:: 26 Dec 2025, 4:36 pm IST

Team Angel One
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