
कर्नाटक ने 2025–2030 के लिए ₹445 करोड़ की IT नीति की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य तकनीकी विकास को बेंगलुरु से आगे राज्य के अन्य हिस्सों में फैलाना है। इस नीति में टियर II और टियर III शहरों में IT और आईटीईएस(ITES) पार्कों के लिए प्रत्यक्ष भर्ती प्रोत्साहन, स्थानांतरण सहायता और पूंजी प्रतिपूर्ति शामिल है।
इस पहल का उद्देश्य बेंगलुरु के बुनियादी ढांचे पर दबाव कम करना और राज्य भर में नए तकनीकी क्लस्टर बनाना है। इसमें लौट रहे पेशेवरों को आकर्षित करने और डीप-टेक क्षेत्रों में अनुसंधान एवं विकास निवेश को बढ़ावा देने के उपाय भी शामिल हैं।
राज्य उभरते शहरों में भर्ती को प्रोत्साहित करने के लिए प्रति स्थानीय भर्ती ₹50,000 देगा, जो प्रति इकाई ₹10 लाख तक सीमित है। बेंगलुरु से प्रतिभा स्थानांतरित करने वाली कंपनियों को प्रति इकाई 50 कर्मचारियों तक स्थानांतरण खर्च का 50% प्रतिपूर्ति मिलेगी। इन प्रोत्साहनों का उद्देश्य मैसूरु, मंगलुरु, हुब्बल्ली-धारवाड़, कलबुर्गी, बेलगावी, शिवमोग्गा और दावणगेरे जैसे जिलों में ऑनबोर्डिंग लागत को कम करना और प्रतिभा पूल को मजबूत करना है।
बेंगलुरु के बाहर IT या ITES पार्क स्थापित करने वाले डेवलपर्स पात्र पूंजीगत व्यय का 25% प्रतिपूर्ति पाने के पात्र होंगे, जो ₹10 करोड़ तक सीमित है। बेंगलुरु स्थित पार्कों को 20% प्रतिपूर्ति मिलेगी, जो ₹7.5 करोड़ तक सीमित है। सरकार ने इस प्रोत्साहन को 10 पार्कों तक सीमित किया है ताकि नए तकनीकी क्लस्टरों में शुरुआती एंकर बुनियादी ढांचे के लिए लक्षित सहायता सुनिश्चित की जा सके।
₹445 करोड़ की नीति में ₹345 करोड़ वित्तीय प्रोत्साहनों के लिए और ₹100 करोड़ हस्तक्षेपों के लिए शामिल हैं। इसमें से ₹125 करोड़ अनुसंधान एवं विकास कार्यक्रमों के लिए आवंटित हैं, जिससे कंपनियां योग्य अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों पर ₹50 करोड़ तक प्रतिपूर्ति का दावा कर सकती हैं। यह 2020–25 नीति के तहत पिछले ₹1 करोड़ की सीमा से महत्वपूर्ण वृद्धि है।
कर्नाटक विदेश से लौट रहे पेशेवरों को आकर्षित करने के लिए एक IT प्रतिभा वापसी कार्यक्रम शुरू करने की योजना बना रहा है, जिसे स्थानीय कंपनियों के साथ मिड-कैरियर इंजीनियरों को जोड़ने वाले डिजिटल पोर्टल द्वारा समर्थित किया जाएगा। नीति का फोकस AI, ब्लॉकचेन, क्वांटम कंप्यूटिंग और उन्नत साइबरसिक्योरिटी जैसे डीप-टेक क्षेत्रों पर भी है। राज्य का लक्ष्य अगले पांच वर्षों में IT का सकल राज्य मूल्य वर्धित में योगदान 26% से बढ़ाकर 36% करना है।
कर्नाटक की IT नीति 2025–2030 में भर्ती सब्सिडी, स्थानांतरण सहायता और बुनियादी ढांचे के प्रोत्साहन को मिलाकर बेंगलुरु से आगे तकनीकी निवेश को बढ़ावा देने का प्रयास किया गया है। डीप-टेक नवाचार को बढ़ावा देकर और नई प्रतिभा पाइपलाइन बनाकर, राज्य खुद को उन्नत तकनीकों के लिए अग्रणी केंद्र के रूप में स्थापित करना चाहता है।
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प्रकाशित:: 28 Nov 2025, 9:39 pm IST

Team Angel One
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