
केंद्र सरकार आगामी केंद्रीय बजट में कृषि अवसंरचना फंड (AIF) के अंतर्गत अतिरिक्त ₹1 ट्रिलियन आवंटन पर विचार कर रही है, मिंट रिपोर्टों के अनुसार|
मुख्य उद्देश्य कटाई के बाद भंडारण और लॉजिस्टिक्स को मजबूत करना है, ताकि देशभर के किसानों के लिए हानियों को कम से कम किया जा सके और मूल्य प्राप्ति में सुधार हो|
प्रस्तावित अतिरिक्त आवंटन 5 वर्षों में फैलाया जाएगा और ₹1 ट्रिलियन के मौजूदा AIF कोष को पूरक करेगा. केन्द्रित जोर खेत-स्तर भंडारण, कोल्ड चेन, प्रोसेसिंग हब और वेयरहाउसिंग में निवेश बढ़ाने पर बना हुआ है|
24 दिसंबर, 2025 तक ₹78,743 करोड़ के ऋण स्वीकृत किए गए हैं, जबकि लगभग ₹57,608 करोड़ वितरित किए गए हैं. कस्टम हायरिंग केंद्र और कटाई के बाद की सुविधाओं जैसे प्रोजेक्ट्स से देशभर में 1,46,000 से अधिक पहलों को लाभ मिला है|
सरकारी आंकड़े बताते हैं कि कटाई के बाद होने वाला नुकसान वार्षिक रूप से लगभग 6% है, विशेषकर नाशवंत उत्पादों में| ICRIER की रिपोर्टों के आधार पर, 2020 से 2022 के दौरान वार्षिक ₹1.53 ट्रिलियन का नुकसान, मुख्यतः अपर्याप्त अवसंरचना के कारण|
योजनाबद्ध निधि का उद्देश्य अधिक भंडारण अवधि, बेहतर बाजार पहुंच और आपूर्ति श्रृंखला की अक्षमताओं में कमी के माध्यम से इन समस्याओं का समाधान करना है|
महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पंजाब और गुजरात जैसे राज्य इस योजना के अग्रणी प्राप्तकर्ता हैं. प्रोजेक्ट्स में कोल्ड स्टोरेज यूनिट्स और प्राथमिक प्रोसेसिंग सुविधाओं से लेकर वेयरहाउसिंग और स्वचालित खेती सेवाएं शामिल हैं|
कृषि मंत्रालय के आंकड़ों में इन क्षेत्रों में स्वीकृत 41,625 कस्टम हायरिंग केंद्र, 23,155 ऑटोमेशन प्रोजेक्ट्स, 17,585 गोदाम, 4,095 सॉर्टिंग यूनिट्स और 2,775 कोल्ड स्टोरेज परिसंपत्तियां शामिल हैं|
AIF योजना के तहत, बैंक 7 वर्षों के लिए 3% ब्याज सबवेंशन के साथ ₹2 करोड़ तक के ऋण प्रदान करते हैं. उधारकर्ताओं को परियोजना लागत का कम से कम 10% योगदान करना आवश्यक है. क्रेडिट गारंटी सहायता भी उपलब्ध कराई जाती है|
जहां संपत्ति की खरीद पर अग्रिम भुगतान मिलता है, वहीं निर्माण-आधारित ऋण परियोजना की प्रगति के अनुरूप चरणों में जारी किए जाते हैं.
प्रस्तावित ₹1 ट्रिलियन AIF विस्तार सरकार का सुदृढ़ कृषि अवसंरचना निर्माण पर जारी केन्द्रित ध्यान दर्शाता है. भंडारण और प्रोसेसिंग सुविधाओं में निवेश के माध्यम से, इसका लक्ष्य बेहतर आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन द्वारा खेत-स्तर के नुकसान कम करना और किसानों की आय को स्थिर करना है|
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प्रकाशित:: 27 Dec 2025, 4:48 pm IST

Team Angel One
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