कोविड-19 के बाद पहली बार भारतीय रेलवे यात्री किराया बढ़ाने पर विचार कर रहा है। रेलवे बोर्ड ने किराया वृद्धि का प्रस्ताव आगे बढ़ाया है। आइए जानें कि पहले कब-कब और कितनी बढ़ोतरी हुई थी।
भारतीय रेलवे ने कोविड-19 के बाद पहली बार यात्री किराए में वृद्धि पर विचार किया है। रेलवे बोर्ड ने टिकट दर बढ़ाने का प्रस्ताव आगे बढ़ाया है। यह नया किराया 1 जुलाई 2025 से लागू किया जाएगा।
समाचार रिपोर्टों के अनुसार, रेल मंत्रालय द्वारा प्रस्तावित किराया वृद्धि मामूली होगी और यह श्रेणी (क्लास) और दूरी (रेंज) के आधार पर निर्धारित की जाएगी।
सभी श्रेणियों में किराया 14.2% तक बढ़ाया गया था। मालभाड़ा (फ्रेट) 6.5% तक बढ़ा था।
राजधानी, तेजस, वंदे भारत और शताब्दी जैसी प्रीमियम ट्रेनों में डायनामिक किराया प्रणाली लागू की गई। इस प्रणाली में पहले 50% सीटों पर मूल किराया लागू रहता है, इसके बाद हर 10% सीट बुक होने पर मूल किराए में 10% की बढ़ोतरी की जाती है।
मेल/एक्सप्रेस (नॉन-एसी) के लिए किराया 2 पैसे/किमी, वातानुकूलित श्रेणी के लिए 4 पैसे/किमी बढ़ाया गया था।
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1 जुलाई 2025 से प्रस्तावित किराया वृद्धि सीमित और श्रेणीवार होगी। सरकार का उद्देश्य रेलवे की वित्तीय स्थिति को सुधारना है, जबकि आम यात्रियों पर बोझ कम से कम डाला जाएगा। सबअर्बन और सामान्य श्रेणी के यात्रियों के लिए राहत बरकरार रहेगी।
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Published on: Jun 26, 2025, 12:30 PM IST
Team Angel One
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