हर साल लाखों करदाता आयकर रिटर्न(ITR) दाखिल करते हैं। पहले यह प्रक्रिया लंबी होती थी, लेकिन अब नए डिजिटल सिस्टम के कारण प्रसंस्करण का समय काफ़ी घटा है। वित्त वर्ष 2024–25 के लिए यह एक बड़ी राहत की बात है कि करदाताओं को रिफंड जल्दी मिलेगा, बशर्ते उनका रिटर्न पूर्ण और सही हो।
आगे पढ़े: स्थायी खाता संख्या (पैन) निष्क्रिय? हर लेन-देन पर ₹10,000 जुर्माना देना पड़ सकता है!
आयकर विभाग द्वारा लाई गई तकनीकी सुधारों के चलते अब करदाताओं को रिफंड के लिए लंबा इंतज़ार नहीं करना पड़ेगा। अगर आप समय पर फॉर्म भरते हैं, उसका सत्यापन करते हैं और जानकारी सही देते हैं, तो आपको तेज़ी से रिफंड मिल सकता है। यह पारदर्शिता और दक्षता की दिशा में एक बड़ा कदम है।
अस्वीकरण: यह ब्लॉग केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए लिखा गया है। उल्लिखित प्रतिभूतियां केवल उदाहरण हैं और सिफारिशें नहीं हैं। यह व्यक्तिगत सिफारिश/निवेश सलाह नहीं है। इसका उद्देश्य किसी भी व्यक्ति या संस्था को निवेश निर्णय लेने के लिए प्रभावित करना नहीं है। प्राप्तकर्ताओं को निवेश निर्णय लेने के बारे में एक स्वतंत्र राय बनाने के लिए अपना शोध और आकलन करना चाहिए।
प्रतिभूति बाजार में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं, निवेश करने से पहले सभी संबंधित दस्तावेजों को ध्यान से पढ़ें।
Published on: Jun 18, 2025, 3:41 PM IST
Team Angel One
We're Live on WhatsApp! Join our channel for market insights & updates