भारत सरकार ने फैसला किया है कि पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) और नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) जैसी छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरें अगली तिमाही के लिए समान रहेंगी। यह घोषणा वित्तीय वर्ष 2025-26 की जुलाई-सितंबर तिमाही पर लागू होती है।
ये वे योजनाएं हैं जिन्हें डाकघरों और बैंकों के माध्यम से सरकार चलाती है। इनमें निम्नलिखित शामिल हैं:
सछोटी बचत योजनाओं की हर तिमाही में समीक्षा की जाती है, और ब्याज दरों में कोई भी बदलाव आम तौर पर इस पर आधारित होता है:
हालाँकि, एक वर्ष से अधिक समय से दरें स्थिर बनी हुई हैं। रिपोर्टों के अनुसार, सरकार का मानना है कि ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखने से परिवारों को अपनी बचत से स्थिर आय प्राप्त करने में मदद मिलती है तथा इससे उन्हें शेयर बाजारों की अस्थिरता से सुरक्षा मिलती है।
सरकार ने पिछली बार वित्त वर्ष 2024 की जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान इनमें से कुछ योजनाओं के लिए ब्याज दरों में संशोधन किया था। तब से, मौजूदा घोषणा सहित सभी बाद की तिमाहियों में दरें समान रखी गई हैं।
ये योजनाएँ कई कारणों से महत्वपूर्ण हैं:
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यदि आप पीपीएफ, एनएससी, सुकन्या समृद्धि या किसान विकास पत्र जैसी छोटी बचत योजनाओं में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो आप 30 सितंबर, 2025 तक समान ब्याज दरों के जारी रहने की उम्मीद कर सकते हैं। ये योजनाएँ उन लोगों के लिए एक आदर्श विकल्प बनी हुई हैं जो सरकार द्वारा समर्थित गारंटी और अनुमानित रिटर्न का लाभ उठाते हुए अपने पैसे को सुरक्षित रूप से बढ़ाना चाहते हैं।
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प्रकाशित: 2 Jul 2025, 8:16 pm IST
Team Angel One
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