निवेशक बना रहे हैं वैयाकॉमसीबीएस स्टॉक से दूरी

17 नवम्बर,2021

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वायकॉमसीबीएस इंक के शेयर हाल ही में हर वजह से चर्चा में रहे हैं। इन्वेस्टर्स के लिए यह समझना फायदेमंद हो सकता है कि इस स्टॉक में क्या हो रहा है, ताकि वे अपनी इन्वेस्टमेंट यात्रा को मनचाहा आकार दे सकें।

प्रस्तावना:

दिसंबर २०१९ में वैयकॉम और सीबीएस नामक दो कंपनियों का विलीनीकरण हुआ और वैयकॉम सीबीएस इंक। नामक कंपनी बनायी गई।  हालांकि यह मिलाप आपको अजीब लग रहा होगा, खास करके जब जनवरी २००६ में इन दोनों कंपनियों ने समझौता समाप्त करके एक दुसरे से दूरी बना ली थी, यह विलीनीकरण आश्चर्यजनक नहीं है क्योंकि दोनों ही कंपनियां पिछले कुछ सालों में कुछ ख़ास प्रदर्शन नहीं कर पाई हैं।

यह समीकरण के ज़ोरों शोरों से प्रचार के बावजूद निवेशक इस नए कंपनी में निवेश करने से दूरी बनाते हुए नज़र आ रही, ख़ास करके जब नए स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स का दिन भर दिन बोलबाला बढ़ रहा है।

इस रवैय्ये के पीछे का कारण:

पिछले कुछ वर्षों में वैयकॉम के एंटरटेनमेंट एसेट्स लगातार नुक्सान में जाते हुए मालुम हुए हैं, जिसकी भरपाई निवेशक करते आ रहे हैं। इसका मुख्य कारण कंपनी के स्ट्रीमिंग इंडस्ट्री में प्रवेश करने में असमर्थता को कहा गया है। रेडस्टोन परिवार, जिनकी वायाकॉम कंपनी में बहुमत हिस्सेदारी है, उनमे कई सालों से आपसी मतभेद चलने की खबरें आती रही हैं. वहीँ 'ऑल-एक्सेस' की सफलता से सीबीएस ने फिर से बाज़ार में अपना मुकाम पाने की ओर कदम लिया है। जहाँ बात करें 'ऑल-एक्सेस' की, तो इसके 'कॉप-शोज' युवा में ज़्यादा लोकप्रियता पाने में कामयाब नहीं हुए। यह दर्शक समूह नए ज़माने के 'स्पिन-ऑफ' शोज देखना पसंद करता है, जो सीबीएस कम ही बनाता है।

समीकरण के बाद विशेषज्ञों ने वायाकॉमसीबीएस के स्टॉक की ओर अच्छा रवैय्या दिखाया है, और बीओए/मेरिल, डॉश बैंक और नीडहम ने इसे 'बाय' रेटिंग दी है। लेकिन क्रेडिट सुइस ने इस स्टॉक को डाउनग्रेड किया है। हेज फंड्स ने इसे अपनी पोसिशन्स में उसी समय के लिए ऐड किया है।

इन सब चीज़ों के बावजूद फरवरी ३, २०२० को आए इसके '७-ईयर लो' को संयुक्त चार्ट में देखते हुए निवेशक इसमें में पैसा डालने में संशयी हैं।

वीआईऐसी दीर्घकालिक चार्ट (२००६-२०२०)

वायाकॉमसीबीएस सीबीएस के पुराने चार्ट का इस्तेमाल करता है, जो २००६ में कंपनी के विभाजन पर शुरू हुआ था। इसके बाद कंपनी के शेयर प्राइस ने बढ़त दिखाते हुए २००७ में ३५ डॉलर प्रति शेयर का शिखर प्राप्त किया। २००८ के आर्थिक संकट के दौरान शेयर ने ऐसा करेक्शन दिखाया जो नियंत्रण से बहार निकल गया। मार्च २००९ में यह शेयर अपने सबसे निचले दर, ३.०६ डॉलर प्रति शेयर, पर पहुंच गया. इसके बाद शेयर ने मल्टी-वेव बाउंस दिखाते हुए सर्कुलर पाथ फॉलो किया। यही करते हुए २०१२ में शेयर अपने पुराने उच्चतम भाव तक पहुंचने में कामयाब हुआ। ब्रेकआउट के कारण २०१३ में इस शेयर में बड़ी हलचल देखी गई, जिसके कारण २०१४ के पहले तिमाही में स्टॉक का भाव ६८.१० डॉलर प्रति शेयर पहुंच गया।

फिर अक्टूबर २०१५ में शेयर का भाव ३८.५१ डॉलर प्रति शेयर तक गिर गया, जो २०१७ के अप्रैल महीने तक जाके अपने २०१४ के पहले तिमाही में आए उच्चतम भाव तक पहुँच पाया।

भारी बिकवाली के दौर फिर से आया, जिसके कारण दिसंबर २०१८ में यह शेयर फिर से अपने अक्टूबर २०१५ के निचतम भाव, ३८.५१ डॉलर प्रति शेयर तक गिर गया. सपोर्ट के कारण भाव थोड़ा ही बढ़ पाया और जुलाई २०१९ में भाव अपने उच्चतम भाव से थोड़ा नीचे पाया गया। उसके बाद से स्टॉक का भाव लगातार गिरते ही जा रहा था जो सितम्बर २०१९ के डबल टॉप ब्रेकडाउन में ज़ाहिर होता है।

हालांकि नवंबर २०१९ में हुए बढ़ाव से प्रतिरोध का अंदेशा लग रहा था, समीकरण के पांच दिन बाद ही यह प्रतिरोध उलटता हुआ देखा गया। इसका मतलब है की बिकवाली के नए दबाव के कारण जनवरी २०२० में अक्टूबर में आये निचले दर से भी ज़्यादा नीचे भाव गिरता हुआ देखा गया।

अगर हम फरवरी २०२० में भाव को देखें तो शेयर दिसंबर २०१२ के भावों पर ही व्यापार करता हुआ दिखा। हमारा कहने का यह मतलब है कि इस स्टॉक में सावधानी से ही निवेश करने में समझदारी है।

वीआईएसए पर लघु अवधि का नज़रिया:

अगर हम २००९ से लेकर २०१७ तक फिबोनाची ग्रिड से में डाटा डालकर देखें, तो डबल टॉप नज़रिये से उछाल देखा जाएगा, जो ०.५० रीट्रेसमेंट के आस पास होगा। यह ज़्यादा तर २०१९ के चौथे तिमाही में गिरा है. यह पैटर्न २००९ के निचले भावों के तरफ जाते हुए शेयर प्राइस का अंदेशा दे रहा है। यह उन दरकिनार किये गए निवेशकों के लिए दूर रहने की चेतावनी है जो उड़ती हुई सकारात्मक अफवाएं सुनकर निवेश करके इस स्टॉक के भाव को रेडलाइन से ऊपर ले जाते हैं और अंत में भारी नुक्सान झेलते हैं।

इसका स्टोचास्टिक ऑस्किलेटर, जो मासिक आवृत्ति पर चलता है, वह पिछले तीन सालों में कभी भी अधिक खरीदारी की रेखा को पार करते हुए नहीं देखा गया जिससे यह पता चलता है की इस स्टॉक में भारी कमज़ोरी है। बल्कि, यह स्टॉक 'ओवरसोल्ड' ज़ोन में तीन बार गिरता हुआ देखा गया और नवंबर २०१९ में २००८ से लेकर तब तक इसकी सबसे बुरी रीडिंग देखी गई। इस बुलिश क्रॉसओवर के बावजूद इसे कई बार नाकामयाब होते हुए दे इस स्टॉक से दूर रहना ही सही है। बॉटम फिशर्स भी इसमें ज़्यादा मुनाफ़ा नहीं बना पाएंगे और उन्हें भी मार्किट के दुसरे हिस्सों में निवेश कर ज़्यादा कमाने की राय दी जाती है।

निष्कर्ष:

वॉलस्ट्रीट के 'उछालने' के नज़रिये के बावजूद, वायाकॉमसीबीएस का स्टॉक दिसंबर २०१९ में हुए वायाकॉम और सीबीएस के पुनर्विलाय के बाद हुए स्टॉक भाव से भी नीचे गिर चुका है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

प्रश्न 1. वायाकॉम और सीबीएस पहली बार कब अलग हुए?
उत्तर1. वायाकॉम और सीबीएस पहली बार जनवरी २००६ में अलग हुए।

प्रश्न २. वायाकॉम स्टॉक और सीबीएस स्टॉक का पुनर्विलाय कब हुआ?
उत्तर2. वायाकॉम और सीबीएस का पुनर्विलाय दिसंबर २०१९ में हुआ था।

प्रश्न.3. क्या अक्टूबर २०२१ में वायाकॉमसीबीएस के स्टॉक भाव में सुधार देखा गया?
उत्तर3. वायाकॉमसीबीएस के स्टॉक प्राइस में कोई सुधार नहीं देखा गया है. ४ अक्टूबर २०२१ को इसका भाव ३९.११ डॉलर प्रति शेयर आंका गया है, जो अपने अक्टूबर २०१८ के नीचतम भाव से केवल एक पॉइंट ऊपर है।

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