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प्रस्तुत है डिमांड
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मांग क्या है, इसके बारे में कभी सोचा है? खैर, इस वीडियो में, हम उस प्रश्न का उत्तर देने के लिए निकल पड़े हैं।
Transcript
सबसे सरल शब्दों में, डिमांड (demand) वह गुड्स (goods) या सर्विसेज (services) की मात्रा है जिन्हें लोग खरीदना चाहते हैं डिमांड (demand) 5 प्रमुख कारकों द्वारा निर्धारित की जाती है। सबसे पहले, प्रोडक्ट (product) या सर्विस (services) की कीमत डिमांड(demand) को प्रभावित करती है। आमतौर पर, कीमत जितनी कम होगी, उतनी ही अधिक डिमांड (demand) होगी। दूसरे, सम्बंधित प्रोडक्ट्स (product) या सर्विसेज (services) की कीमतें भी डिमांड (demand) को प्रभावित करती हैं। यदि किसी प्रोडक्ट (product) या सर्विस (services) की कीमत गिरती है, तो एक कॉम्प्लिमेंटरी (complimentry) प्रोडक्ट (product) या सर्विस (services) की डिमांड (demand) बढ़ जाती है। और अगर किसी प्रोडक्ट (product) या सर्विस (service) की कीमत गिरती है, तो सुब्स्तितुते (substitute) प्रोडक्ट (product) या सर्विस (services) की डिमांड (demand) भी गिर जाती है। अगला, लोगों का आय स्तर डिमांड ( demand) का निर्धारण करता है । आम तौर पर , इनकम (income) का स्तर जितना अधिक होता है, उतनी ही अधिक डिमांड (demand) होती है। खरीदारों की पसंद भी डिमांड (demand) को बढ़ाती हैं। अंत में, खरीदारों को कीमत के बारे में जो उम्मीद होती है उससे भी उनकी डिमांड (demand) पर प्रभाव पड़ता है। यदि वे कीमतों में वृद्धि की उम्मीद करते हैं, तो वे अभी से ही ज़्यादा खरीद के स्टॉक भर लेंगे, जिससे डिमांड (demand) में बढ़ोतरी आएगी। तो ये है डिमांड के मूल सिद्धांत । अपनी सीखने की यात्रा जारी रखने के लिए स्मार्ट मनी के साथ चलते रहें