शिव नादर: सफलता की कहानी
जानें कि अरबों डॉलर के एचसीएल टेक्नोलॉजीज़ साम्राज्य के मालिक शिव नादर कौन हैं।
14 जुलाई,2022
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यूनिकॉर्न शब्द पहली बार 2013 में वेंचर कैपिटलिस्ट ऐलीन ली द्वारा लिया गया था। स्टार्टअप इकोसिस्टम के भीतर विश्वसनीयता प्राप्त करने के लिए, इस शब्द का उपयोग उन स्टार्टअप्स को समझने के लिए किया जाता है, जिनका मूल्य 1 बिलियन अमरीकी डॉलर से अधिक है, जो कि उस समय रेयर था। एक दशक के बाद, आज भारत में यूनिकॉर्न की उपस्थिति उतनी रेयर नहीं है जितनी आप कल्पना कर रहे हैं। वास्तव में, जून 2022 तक, भारत में 100 यूनिकॉर्न हैं जिसमें नियो-बैंकिंग स्टार्ट-अप ओपन 100वें स्थान पर है। पिछले दो वर्षों में यह दर्जा हासिल करने वाले भारत के 10 यूनिकॉर्न स्टार्टअप के बारे में जानने के लिए पढ़ना जारी रखें।
यह स्टार्ट-अप लीनियर, लाइव और ओटीटी पर चलने वाले ऑन-डिमांड चैनल्स, केबल और एड- सपोर्टेड स्ट्रीमिंग टीवी प्लेटफॉर्म के लिए टूल प्रदान करता है। इसकी स्थापना 2008 में श्रीविद्या श्रीनिवासन, श्रीनिवासन के ए और भास्कर सुब्रमण्यम ने की थी।
एक्सेल के नेतृत्व वाले फंडिंग राउंड में इसने 95 मिलियन अमेरिकी डॉलर जुटाए।
यह स्टार्टअप 2015 में स्थापित किया गया था और यह व्यवसायों, ट्रक मालिकों और माल ढोने वाले ऑपरेटरों को जोड़ने में मदद करता है। इसके संस्थापक चाणक्य हृदय, राम सुब्रमण्यम और राजेश याबाजी हैं। इस प्लेटफॉर्म पर ट्रक सेवाओं को लिस्ट किया गया है और ग्राहक अपनी आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए इनका लाभ उठा सकते हैं।
कारदेखो की स्थापना 2007 में अनुराग जैन और अमित जैन ने की थी। यह पुराने और नए वाहनों की सर्च और ई कॉमर्स प्लेटफॉर्म के रूप में कार्य करता है जिसमें एक बीमा वर्टिकल भी है। इस स्टार्टअप ने देश भर में कई ऑटो निर्माताओं, फाइनेंशियल संस्थानों और कार डीलरों के साथ टाई-अप किया है ताकि इसके प्लेटफॉर्म पर लिस्टेड वाहनों को आसानी से खरीदा जा सके।
इस स्टार्ट-अप ने अक्टूबर 2021 में अपने सीरीज़ ई फाइनेंसिंग राउंड में 250 मिलियन अमरीकी डॉलर हासिल किए। इसमें हार्बर स्प्रिंग कैपिटल और कैन्यन पार्टनर्स जैसे कई वेंचर कॅपिटलिस्ट्स ने कारदेखो के लिए धन जुटाया।
इस स्टार्टअप की स्थापना एक दशक पहले 2011 में त्यागराजन टी, कृष सुब्रमण्यम, सरवनन केपी और राजारामन संथानम ने की थी। यह एक रेवेन्यू मैनेजमेंट प्लेटफार्म के रूप में कार्य करता है जो रेवेन्यू संचालन को ऑटोमेट करता है। वर्तमान में 4000 से अधिक हाई ग्रोथ सब्सक्रिप्शन ओरिएंटेड कंपनियां इसकी सेवाओं का लाभ उठा रहीं हैं|
वेंचर कॅपिटलिस्ट्स सिकोइया कैपिटल और टाइगर ग्लोबल के नेतृत्व में 250 मिलियन अमरीकी डॉलर के फंडिंग दौर के बाद इस स्टार्टअप का 2022 में वैल्यूएशन 3.5 बिलियन अमरीकी डॉलर है। अब तक चार्जबी ने 470 मिलियन अमेरिकी डॉलर की फंडिंग जुटाई है।
जैसा कि इसके नाम से पता चलता है, यह एक फिटनेस-ओरिएंटेड स्टार्टअप है जिसकी स्थापना 2016 में अंकित नागोरी और मुकेश बंसल ने की थी। यह एक ऑनलाइन-ऑफ़लाइन मॉडल की मदद से इससे जुड़े लोगों को शारीरिक रूप से फिट होने के लिए (Cult.fit के माध्यम से), मानसिक रूप से फिट होने के लिए (Mind.fit के माध्यम से) और पौष्टिक भोजन खाने के लिए (Eat.fit के माध्यम से) आवश्यक उपकरण दिलाता है|
Cure.fit का यूनिकॉर्न स्टेटस Zomato के कारण है, जिसने 2020 में इसमें निवेश किया। फूड-टेक की इस दिग्गज कंपनी ने अपने Fitso नामक फिटनेस विंग को Cure.fit को USD 50 मिलियन में बेच दिया और फिर Cure.fit के लिए अतिरिक्त USD 50 मिलियन का योगदान दिया। इस कारण ज़ोमैटो के पास इस स्टार्ट-अप की 6.4 फीसदी हिस्सेदारी है।
यह क्लाउड-बेस्ड एचआर टेक स्टार्टअप 2015 में स्थापित किया गया था। इसके संस्थापक रोहित चेन्नामनेनी, जयंत पलेटी और चैतन्य पेड्डी हैं। ये कंपनियों को एचआर से जुड़े उन कामों को पूरा करने में मदद करती है जो ऑनबोर्डिंग, रिक्रूटमेंट और पेरोल से संबंधित हैं।
इसने एक फंडिंग राउंड में 72 मिलियन अमरीकी डॉलर जुटाए जिसे टेक्नोलॉजी क्रॉसओवर वेंचर्स द्वारा सबसे ज़्यादा सपोर्ट किया गया था।
इस एडवांस्ड एनालिटिक्स सॉलूशन्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस स्टार्टअप की स्थापना 2 दशक पहले प्रणय अग्रवाल, निर्मल पालपर्थी, श्रीकांत वेलामकन्नी, रामकृष्ण रेड्डी और प्रदीप सूर्यनारायण द्वारा की गई थी। यह बहुत सारे उत्पादों की पेशकश करता है जो सीईओ से लेकर रेडियोलॉजिस्ट जैसे प्रोफेशनल्स की मदद करते हैं।
इसने 2022 की शुरुआत में टीपीजी कैपिटल एशिया की मदद से 360 मिलियन अमरीकी डॉलर का निवेश हासिल किया।
लिवस्पेस के साथ यूज़र्स एंड-टू-एंड होम डिज़ाइन का अनुभव कर सकते हैं। रमाकांत शर्मा और अनुज श्रीवास्तव को 2014 में इस स्टार्ट-अप की स्थापना का श्रेय दिया जाता है। इसके मार्केटप्लेस पर उपलब्ध सॉफ्टवेयर टूल्स घर के मालिकों और डिज़ाइनरों को इंटीरियर डिज़ाइन करने में मदद करते हैं।
फरवरी 2022 में, लिवस्पेस ने एक फंडिंग राउंड में 180 मिलियन अमरीकी डॉलर जुटाए हैं।
इस पर्सनल केयर ब्रांड को 2016 में ग़ज़ल और वरुण अलघ ने लॉन्च किया था। हालांकि यह शुरुआत में केवल बेबी केयर प्रोडक्ट्स बेचता था, लेकिन पिछले 6 वर्षों में यह विकसित हुआ है और अब यह पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स की एक विस्तृत रेंज पेश करता है। इस स्टार्टअप के दावों के अनुसार, इसके उत्पाद एफडीए द्वारा एप्रूव्ड हैं, डर्मेटोलॉजिकली टेस्टेड हैं और इन्हें 'मेड सेफ' सर्टिफिकेट भी प्राप्त हैं।
मामाअर्थ के कई प्रमुख निवेशकों में फायरसाइड वेंचर्स, सेकोईआ इंडिया और स्टेलरिस वेंचर्स शामिल हैं। इस प्रकार अब तक इसने विभिन्न फंडिंग राउंड में 111 मिलियन अमरीकी डॉलर जुटाए हैं।
यह निओ-बैंकिंग फिनटेक स्टार्ट-अप 2017 में स्थापित किया गया था और पूरे भारत में छोटे और मध्यम आकार के बिज़नेसिस को एक्सपेंस मैनेजमेंट, पेमेंट्स और बिज़नेस बैंकिंग सर्विसेस प्रदान करता है।
इस प्रकार अब तक ओपन ने फंडिंग में 14 करोड़ डॉलर जुटाए हैं और इसके प्रमुख निवेशकों में ट्रिफेक्टा कैपिटल एडवाइज़र्स, बीनेक्सट और टेमासेक अकाउंट हैं।
कई अन्य भारतीय स्टार्टअप को यूनिकॉर्न बनाने के लिए, सरकार को वर्तमान में मौजूद कुछ बाधाओं को दूर करना होगा। इनमें अर्थव्यवस्था से जुड़े स्ट्रक्चरल मुद्दे, भारतीय स्टार्टअप के विदेशी भूमि पर माइग्रेशन पर प्रतिबंध लगाना और ऐसी सुविधाओं को बढ़ाना शामिल है जिनसे बिज़नेस अधिक आसानी से चल सकें। एंजेल वन वेबसाइट पर भारतीय व्यवसायों के बारे में और जानें और फाइनेंशियल मार्केट्स को समझें।
डिस्क्लेमर: इस ब्लॉग का उद्देश्य है, महज़ जानकारी प्रदान करना न कि इन्वेस्टमेंट के बारे में कोई सलाह/सुझाव प्रदान करना और न ही किसी स्टॉक को खरीदने -बेचने की सिफारिश करना।
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